मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक प्रो. रजनीश शुक्ल ने कहा है क युनविर्सिटी को बार काउंसिल ऑफ इंडिया से इसकी अनुमति पहले ही मिल चुकी है। कोरोना के चलते यूजीसी के उच्च शिक्षा शैक्षिक सत्र यदि आगामी 15 नवंबर से शुरू करता है तो प्रयागराज स्थित महात्मा गांधी अन्तर्राष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय केन्द्र में हिन्दी में कानून की पढ़ाई शुरू कर दी जाएगी, उनके मुताबिक इसकी तैयारी की जा चुकी है। प्रो. शुक्ला के मुताबिक ची जस्टिस ऑ इंडिया हिन्दी सहति दूसरी भारतीय भाषओं में कानून की पढ़ाई शुरू कराने को लेकर गम्भीर हैं। इसके लिये उन्होंने नोडल एजेंसी के रूप में महात्मा गांधी अन्तर्राष्ट्रीय वर्धा विश्वविद्यालय का चुनाव किया है। हालांकि मराठी में कानून की पढ़ाई वर्धा स्थित मेन कैंपस में ही होगी।
तीन एकड़ में बना है प्रयागराज का क्षेत्रीय अध्ययन केन्द्र
प्रयागराज में अन्तर्राष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय वर्धा का क्षेत्रीय अध्ययन केन्द्र तीन एकड़ में बना है। प्रो. शुक्ल के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ऑफिस से इसके लोकार्पण की तारीख पांच अक्टूबर तय कर दी गयी है। उन्होंने बताया कि कानून की पढ़ाई के अलावा इस केन्द्र में विदेशियों के लिये हिन्दी, अनुवाद, राजनीति शास्त्र और समाज शास्त्र के पाठ्यक्रम संचालित होंगे। उनके मुताबिक उन्हांने मुख्यमंत्री से बातचीत में 25 एकड़ जमीन मांगी है, जिसपर मुख्यमंत्री ने सहमती जताते हुए यूपी को विश्वस्तरीय संस्थान बनाकर देने की बात कही है। उन्होंने सरकार की ओर से हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है।