गोली चलते ही भाग गया था ड्राइवर प्रदीप उमेश पाल और उसके सुरक्षा में तैनात गनर पर गोली, बम से हमला होते ही उमेश पाल की कार का ड्राइवर प्रदीप शर्मा बचकर भाग गया था। ड्राइवर प्रदीप शर्मा कौशांबी का रहने वाला है और वह वारदात का चश्मदीद गवाह है। उसको देर रात पुलिस ने उठाया। पूछताछ में उसने बताया कि अचानक गोली, बम चला तो वह डर गया और फिर वहां से भाग निकला। पुलिस का कहना है कि प्रदीप के अलावा सतीश पाल और संतोष पाल भी उमेश की कार चलाते थे। उमेश पाल की मां ने पुलिस से कहा कि गुरुवार तक जो गाड़ी चला रहा था, उसने छुट्टी ले ली थी, जिसके बाद प्रदीप आया था। उसके बाद ही वारदात हुई। पुलिस ड्राइवर प्रदीप की भी भूमिका को संदिग्ध मानते हुए उसके मोबाइल की काल डिटेल की जांच कर रही है।
इलाज के दौरान गनर संदीप की मौत उमेश पाल, सिपाही संदीप और राघवेंद्र लहूलुहान पड़े थे। तीनों को एसआरएन हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां डाक्टरों ने करीब एक घंटे बाद उमेश पाल को मृत घोषित कर दिया। वहीं देररात सिपाही संदीप निषाद की मौत हो गई।
रातभर पुलिस देती रही दबिश उमेश पाल की हत्या के बाद पुलिस ने 12 संदिग्धों को पूछताछ के लिए उठाया है।सभी से पूछताछ चल रही है। पुलिस के साथ ही एसटीएफ की टीम साबरमती, लखनऊ और नैनी जेल से हत्याकांड का कनेक्शन खंगाल रही है। देर रात तक प्रयागराज से लेकर कई जिले में छापेमारी होती रही। यह भी कहा जा रहा है कि अतीक से पूछताछ के लिए पुलिस की एक टीम को साबरमती गुजरात भी भेजा जाएगा। माफिया अतीक साबरमती तो उसका बड़ा बेटा उमर लखनऊ और उससे छोटा बेटा अली नैनी जेल में बंद है। पुलिस जल्द ही उनके बेटों से भी पूछताछ करेगी।
25 जनवरी 2005 को हुई थी राजू पाल की हत्या अतीक अहमद के सांसद बनने से रिक्त हुई शहर पश्चिमी सीट से राजू पाल 2005 के विधानसभा चुनाव में बसपा के टिकट पर विधायक बने थे। राजू पाल ने अतीक अहमद के भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ को हराया था। चुनाव में जीत के बाद राजू पाल की मुश्किलें बढ़ गई थी। करारी हार का बदला लेने के लिए राजू पाल की दिन दहाड़े गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना में उमेश पाल मुख्य गवाह थे।
पुलिस ने अतीक के कुनबे पर दर्ज किया एफआईआर उमेश पाल की हत्या मामले में पत्नी जया पाल की तहरीर पर पुलिस ने अहमदाबाद जेल में बंद माफिया अतीक अहमद, उसकी पत्नी शाइस्ता परवीन, बरेली जेल में बंद भाई पूर्व विधायक अशरफ, अतीक के बेटों, मोहम्मद मुस्लिम और अतीक के अन्य सहयोगियों के खिलाफ साजिश, हत्या सहित अन्य गंभीर धाराओं में धूमनगंज थाने में एफआइआर दर्ज किया है।