पुलिस के मुताबिक जितेंद्र की पत्नी 10 दिन पूर्व अपने 6 वर्षीय बेटे के साथ गांव चली गई थी। सोमवार रात 9 बजे के करीब पड़ोस में रहने वाले जवान ने दरवाजा खुला दिखा तो अपने पड़ोसी जवान जितेंद्र के घर गया ।जहां पर जितेंद्र को बेसुध अवस्था में पाया।जितेंद्र को इस हालत में देख जवान ने अपने अधिकारियों को सूचित किया देर रात आइटीबीपी के अफसर भी जितेंद्र के आवास पर पहुंचे ।जिसके बाद जानकारी दी गई तो धूमनगंज के प्रभारी इंस्पेक्टर संजय सिंह भी मौके पर पहुंचे । जानकारी के मुताबिक जितेंद्र को हैवी डायबिटीज था।
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पुलिस के मुताबिक प्रथम दृष्टया देखने से यही लग रहा है कि जितेंद्र की मृत्यु बीमारी की वजह से हुई है आइटीबीपी के अधिकारियों के समक्ष धूमनगंज पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच की जा रही है वहीं आईटीबीपी के अधिकारियों ने मृतक जितेंद्र कुमार के परिजनों को सूचित किया है जिनके आने के बाद पोस्टमार्टम सहित आगे की कार्यवाही की जाएगी।आइटीबीपी के जवान मौत के बाद कॉलोनी में सन्नाटा पसर गया।आसपास उसके साथी भी हैरान रह की 28 वर्ष की उम्र में ही कोई इस तरह से डायबिटीज से अपनी जान गवा सकता है। वहीं सभी को अब जितेंद्र के परिजनों और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है जिससे जितेंद्र के मौत की वजह सामने आ सके। बता दें कि कुछ दिनों पहले धूमनगंज थाना अंतर्गत इलाहाबाद हाईकोर्ट के पूर्व उपाध्यक्ष अपने घर में अकेले मृत अवस्था में पाए गए थे।जिसके बाद उनके पोस्टमार्टम में पता चला था कि उनकी मौत करंट लगने से हुई थी।