शहर भर में दुकान शॉपिंग मॉल बन्द कर दिए गये। बड़े मॉल सहित शो रूम के सामने भारत बंद का नोटिस भी चस्पा कर दिया गया।पुरे शहर में पुलिस और पीएससी के जवान मुस्तैद रहे ताकि कोई उग्र प्रदर्शन न किया जा सके।सिविल लाइन सुभाष चौराहे पर करणी सेना ने अर्धनग्न प्रदर्शन कर अपना विरोध दर्ज कराया इस दौरान मोदी सरकार के के खिलाफ नारेबाजी की गई। वही जिला कचहरी में अधिवक्ता संघ के लोग काम काज ठप कर सड़को पर उतर आये और सरकार से विधेयक वापस लेने की मांग की।अधिवक्ता संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी अशोक मिश्र ने कहा सरकार ने सुप्रीमकोर्ट के फैसले के खिलाफ विधेयक लाकर न्यायपालिका से आम आदमी के विश्वास को तोडा है।समाज की संप्रभुता को तोड़ने का काम किया है।
वही राष्ट्रीय हिन्दू संगठन के कार्यकर्ताओं ने संगठन के संयोजक निशांत रस्तोगी की अगुवाई में प्रयाग स्टेशन पर ट्रेन रोक कर विरोध प्रदर्शन किया। मोदी की सरकार को समाज तोड़ने वाली सरकार करार दिया।सरकार के खिलाफ नारेबाजी कते हुए प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी से इस्तीफा माँगा।कहा समाज को बाटने वालो को सत्ता में बैठने का कोई अधिकार नही है। बता दें की भोर से ही हिन्दू संगठन के कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया गया था।जिसके बाद भी संगठन के अध्यक्ष सतेन्द्र सत्या ने ट्रेन रोक कर विरोध दर्ज कराया ।
ट्रेन रोकने के बाद पुरे स्टेशन पर अफरा तफरी मची रही। प्रदर्शन के दौरान जीआरपी सहित पुलिस से जमकर नोकझोंक भी हुई बड़ी मुश्किल से प्रदर्शनकारियों को रेल ट्रैक से हटाया गया।इस दौरान लखनऊ जाने वाली इंटर सिटी एक्सप्रेस आधे घंटे तक प्रयाग स्टेशन पर खड़ी रही।हिन्दू संगठन ने कहा की देश की जनता कभी मोदी सरकार को माफ़ नही करेगी।अगर मोदी सरकार ने हरिजन एक्ट में संसोधन नही किया तो सवर्ण समाज कभी भी इन विश्वास नही करेगा।