डीजीपी ओपी सिंह ने दो दिन पहले उत्तर प्रदेश के माफियाओं के शस्त्र लाइसेंस निरस्त किए जाने की बात कही है। माना जा रहा है कि माफिया गिरोह के शस्त्र लाइसेंस इसलिए भी निरस्त किए जा रहे हैं कि माफिया और उनके गुर्गे लाइसेंसी असलहे से लैस होकर अपनी दबंगई कायम करते हैं। अब तक पुलिस लाइसेंस के चलते गुर्गों के असलहे जब्त नहीं कर पाती है। अपने रसूख का इस्तेमाल करते हुए यह माफिया शस्त्र का लाइसेंस आसानी से ले लेते हैं। क्राइम कंट्रोल को देखते हुए यह कड़ाई की गयी है।
जानकारी के मुताबिक बाहुबली अतीक अहमद के पास चार लाइसेंसी असलहे हैं। इनमें एक रायफल अतीक अहमद के नाम से है, जबकि अन्य उनके परिवार के लोगों के नाम से हैं। जानकारी के मुताबिक अतीक के गिरोह में 30 लाइसेंसी असलहे शामिल हैं। 2017 में शुआट्स यूनिवर्सिटी में मारपीट के मामले में 2017 में जिला प्रशासन ने उनके दो शस्त्र लाइसेंस निरस्त कर दिए थे। उसी वक्त उनके भाई अशरफ की पिस्टल का लाइसेंस और पति के करीबी गुफरान के भी दो शस्त्र लाइसेंस निरस्त किए गए थे । एससपी ने थाना प्रभारियों से अतीक अहमद सहित अन्य माफियाओं की शस्त्र लाइसेंस की रिपोर्ट तलब की है। एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने कहा है कि माफियागिरी खत्म करने का अभियान शुरू किया गया है। अतीक का एक शस्त्र लाइसेंस अभी बचा है। जिसे निरस्त करने की रिपोर्ट भेजी गई है इसी तरह सभी माफिया के लाइसेंस जल्द ही छिने जाएंगे।