सामान्य थी सुबह
मंगलवार को सुबह से ही श्री पंच दिगंबर अनी अखाड़ा में स्थिति रोज की तरह सामान्य थी। संतों को रात में ही वापस तंबू खड़े कर दे दिए थे। आग लगने के बाद नष्ट हुए सामान को हटाकर नए तंबू और पूरी व्यवस्थाएं कर दी गईं। पांडाल में मंगलवार सुबह से स्थिति सामान्य थी, लेकिन एक दिन पहले का खौफ अभी तक उनके दिल में दिख रहा था। किचन सहित पूजा घरों में अब आग लगाते वक्त काफी सावधानी रखी जा रही है। पूरे पांडाल में भी निर्देशित कर संतों को सतर्क रहने को कहा गया है।
मंगलवार को सुबह से ही श्री पंच दिगंबर अनी अखाड़ा में स्थिति रोज की तरह सामान्य थी। संतों को रात में ही वापस तंबू खड़े कर दे दिए थे। आग लगने के बाद नष्ट हुए सामान को हटाकर नए तंबू और पूरी व्यवस्थाएं कर दी गईं। पांडाल में मंगलवार सुबह से स्थिति सामान्य थी, लेकिन एक दिन पहले का खौफ अभी तक उनके दिल में दिख रहा था। किचन सहित पूजा घरों में अब आग लगाते वक्त काफी सावधानी रखी जा रही है। पूरे पांडाल में भी निर्देशित कर संतों को सतर्क रहने को कहा गया है।
दिखा उत्साह
सोमवार को आग लगने के बाद भी मंगलवार को शाही स्नान को लेकर अखाड़े में काफी उत्साह देखा गया। पूरी तैयारी और तामझाम से अखाड़ा शाही स्नान करने निकला। शासन-प्रशासन के साथ ही भक्तों ने भी संतों को हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया है। गौरतलब है कि पांडाल से धुंआ उठना शुरू हुआ और दो धमाके हुए तो लोग उस पांडाल की तरफ भागना शुरू हो गए। अखाड़ा थाना से 400 मीटर दूर बने अभा श्री पंच दिगंबर अनी अखाड़ा की तरफ धुंआ देकर चारों तरफ से लोग भागना शुरू हो गए। शाही स्नान के एक दिन पहले जिस अखाड़ा में मुख्य मंदिर योगी ने ध्वज पूजन किया था और पूरे सेक्टर में अपनी शान और शौकत से खड़ा अखाड़ा सोमवार को आग की भेंट चढ़ गया था। लाखों का नुकसान होने के साथ ही नोट, संतों का सामान और जरूरत के दस्तावेज भी आग की भेंट चढ़ गए थे।
सोमवार को आग लगने के बाद भी मंगलवार को शाही स्नान को लेकर अखाड़े में काफी उत्साह देखा गया। पूरी तैयारी और तामझाम से अखाड़ा शाही स्नान करने निकला। शासन-प्रशासन के साथ ही भक्तों ने भी संतों को हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया है। गौरतलब है कि पांडाल से धुंआ उठना शुरू हुआ और दो धमाके हुए तो लोग उस पांडाल की तरफ भागना शुरू हो गए। अखाड़ा थाना से 400 मीटर दूर बने अभा श्री पंच दिगंबर अनी अखाड़ा की तरफ धुंआ देकर चारों तरफ से लोग भागना शुरू हो गए। शाही स्नान के एक दिन पहले जिस अखाड़ा में मुख्य मंदिर योगी ने ध्वज पूजन किया था और पूरे सेक्टर में अपनी शान और शौकत से खड़ा अखाड़ा सोमवार को आग की भेंट चढ़ गया था। लाखों का नुकसान होने के साथ ही नोट, संतों का सामान और जरूरत के दस्तावेज भी आग की भेंट चढ़ गए थे।