उन्होंने योगी सरकार पर बड़ा प्रहार किया है। कभी जातिवाद नहीं किया। लेकिन मुझ विधवा के साथ न्याय करने में योगी आदित्यनाथ जातिवाद में जरूर उलझ गए हैं । मुझसे गलती हो गई है क्योंकि मैं भूल गई थी, कि अपने तो अपने होते हैं और गैर गैर होते हैं । इस घटना से मैंने पूरे जीवन का सबक ले लिया है । अपनों को छोड़कर गैरों पर विश्वास कभी नहीं करूंगी । साथ ही लिखा की मेरी इस बात को इन बहरे कानों तक पहुंचाने के लिए प्लीज हेल्प मी।
बता दें कि 18 जुलाई को चौफटका में रास्ते के विवाद को लेकर सड़क पर दौड़ा कर तीन लोगों को मार दिया गया। इसके बाद हरकत में आई योगी सरकार ने पहले एसएसपी का ट्रांसफर किया और फिर उन्हें निलंबित कर दिया। इन सबके बावजूद परिजनों को सरकार से मदद मिलने की उम्मीद थी, जो शायद नहीं मिली। ना ही अभी तक परिजनों को किसी भी तरह की सुरक्षा दी गई है। हत्या के 5 दिनों के बाद भी अब तक सिर्फ उन्हें आश्वासन ही मिला है। परिजनों की मानें तो पुलिस प्रशासन के अधिकारी आते हैं और वह आश्वासन देकर चले जाते हैं। परिजन जब घटना की कार्रवाई के बारे में पूछते हैं तो अधिकारी जवाब देते हैं कि कार्रवाई की जा रही है।
मृतक लालू की पत्नी छवि ने बताया कि मेरा परिवार उजड़ गया। अब मेरे परिवार में हमें देखने वाला कोई नहीं है। इसके बावजूद भी इस शहर से आने वाली उपमुख्यमंत्री इस जिले के दो सांसद शहर के दस विधायक इन्हें अभी तक समय नहीं मिला की हमारा दर्द साझा कर सकें। उन्होंने कहा कि दो दिन पहले शहर की मेयर अभिलाषा गुप्ता आई थीं, पर आश्वासन देकर चली गई। जिसके बाद मुझे सोशल साइट का सहारा लेना पड़ा। छवि ने अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा है कि ` वोट देने में मैं कभी जातिवाद में नहीं फंसी ` लेकिन मुझ विधवा के साथ न्याय करने में योगी सरकार जरूर जातिवाद में उलझ गई है। मैं भूल गई थी कि अपने अपने होते हैं( अखिलेश यादव )और गैरों (केशव प्रसाद मौर्य केसरी देवी पटेल) इससे पूरे जीवन का सबक ले लिया है। अब अपनों को छोड़कर गैरों पर विश्वास कभी नहीं करूंगी। मेरी बात इन बहरे कानों तक पहुंचाने के लिए प्लीज हेल्प पी।
छवि यादव ने कहा कि मदद तो छोड़िए अब तक प्रशासन उनकी गुहार पर भी विचार नहीं कर पाया है ।उन्होंने बताया कि मेरा परिवार कैसे जियेगा इसकी किसी को फिक्र नही है। हम कैसे सुरक्षित रहेंगे किसी को परवाह नही है। सभी ने कहा प्रशासन अब तक आरोपी के घर के सामने का रास्ता नहीं बंद करवा पाई है, जिसे लेकर विवाद चल रहा था। उन्होंने बताया कि उसके अलावा घर में ननद और 3 साल की बेटी और 9 साल का बेटा है। हर पल डर और दहशत के बीच बीत रहा है, लेकिन अभी तक किसी से भी न्याय की उम्मीद नहीं है।
BY- PRASOON PANDEY