जी हां इलाहाबाद जनपद न्यायालय के अधिवक्ता राजेंद्र श्रीवास्तव कचहरी जा रहे थे। उनका वाहन मनमोहन पार्क के पास ही पहुंचा था कि बाइक सवार बदमाशों ने उनपर गोलियों से हमला कर दिया। आस-पास के लोग कुछ समझ पाते की इससे पहले गोलियों की तड़तड़ाहट ने ये बता दिया कि योगी सरकार में इनकाउंटर का ढि़ढोरा पीट रही यूपी पुलिस का खौफ बदमाशों में कितना है।
बदमाशों की गोलियां लगते ही राजेन्द्र सड़क पर ही गिर पड़े। पार्क के पास अफरा-तफरी मच गई। लोग पहुंचे राजेन्द्र को अस्पताल ले गये लेकिन डाक्टरों ने राजेन्द्र को मृत घोषित कर दिया
इस बात इस हमले की सूचना जिले में आग की तरह फैल गई। भारी संख्या में वकील कचहरी से घटना स्थल की तरफ दौड़े तो कई वकील अस्पताल की तरफ जाकर राजेन्द्र का हाल जानना चाहा। लेकिन राजेन्द्र की मौत की खबर लगते ही पूरे शहर में मासूसी के साथ ही खौफ सा छा गया।
इस बात इस हमले की सूचना जिले में आग की तरह फैल गई। भारी संख्या में वकील कचहरी से घटना स्थल की तरफ दौड़े तो कई वकील अस्पताल की तरफ जाकर राजेन्द्र का हाल जानना चाहा। लेकिन राजेन्द्र की मौत की खबर लगते ही पूरे शहर में मासूसी के साथ ही खौफ सा छा गया।
भाजपा नेता की हुई थी हत्या, डीजीपी शहर में अभी मंगलवार की देर रात को ही बदमाशों ने फूलपुर के शेखपुरा मुहल्ले में भाजपा के नेता और डिप्टी सीएम केशव मौर्या के करीबी पवन केशरी को गोलियों से भून डाला था। बुधवार को काफी तनाव को देखते हुए यूपी के डीजीपी मौके पर पहुंचे थे। अभी डीजीपी शहर में ही हैं और वो घटना स्थल से महज 200 मीटर की दूरी पर समीक्षा कर रहे थे। लेकिन बदमाशों ने इस वारदात को अंजान देकर ये साबित कर दिया है कि प्रशासन का कितना खौफ है।