एसोसिएशन ने मांग की है कि मौजूदा हालात को देखते हुए कम से कम कुछ मामलों में वकीलों की भौतिक उपस्थिति की अनुमति दी जाए। जबकि अन्य मामलों को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सुना जा सकता है। बार ने सुरक्षा के सभी उपाय अपनाते हुए खुली अदालत में सुनवाई प्रारंभ करने की मांग की है। पत्र मौजूदा अध्यक्ष राकेश पांडेय महासचिव जेबी सिंह तथा नवनिर्वाचित अध्यक्ष अमरेंद्र नाथ सिंह और नवनिर्वाचित महासचिव प्रभाशंकर मिश्र की ओर से लिखा गया है। बार एसोसिएशन का कहना है कि कठिन समय कठिन निर्णय लेने के लिए होते हैं। इसलिए वर्तमान परिस्थतियों में संवैधानिक अदालतों का पूरी तरह से काम करना आवश्यक है। इसलिए मौजूदा व्यवस्था पर फिर से विचार करते हुए शारीरिक और सामाजिक दूरी तथा अन्य सुरक्षा उपायों को अपनाते हुए फिर से काम शुरु किया जाए। हाईकोर्ट बार एसोसिएशन का यह भी कहना है कि एक जून से ट्रेनों और हवाई जहाज से यातायात तथा अन्य तमाम आर्थिक गतिविधियों की भी छूट दी गई है। ऐसे में न्यूनतम संभव कार्य खुली अदालत में किए जाएं।
बार का कहना है कि अर्जेंसी एप्लीकेशन की व्यवस्था में एक रूपता नहीं है।अर्जेंसी अर्जी तय नहीं की जा रही है और अगर तय की भी जा रही हैं तो इसे तय करने का कोई निश्चित मानक दिखाई नहीं देता है क्योंकि एक ही मामले में कुछ वकीलों की अर्जेंसी एप्लीकेशन स्वीकार की जा रही है जबकि उसी तरह के मामले में अन्य वकीलों की अस्वीकार कर दी जा रही है।