प्रयागराज माघ मेला के चौथे बड़े स्नान पर्व वसंत पंचमी पर गुरुवार को 40 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई।
माघ मेला SSP राजीव नारायण मिश्र ने बताया कि मेले में सुरक्षा व्यवस्था में 5000 से अधिक लोग तैनात किए गए थे।
माघ मेला प्रशासन के मुताबिक बसंत पंचमी के पर्व पर सुबह चार बजे से शाम पांच बजे तक करीब 40 लाख लोगों ने गंगा और संगम में डुबकी लगाई। सुबह से बारिश होने के बावजूद भारी संख्या में श्रद्धालुओं का आने का सिलसिला देर रात तक जारी रहा।
अपर मेला अधिकारी विवेक चतुर्वेदी ने बताया कि पिछले शनिवार को मौनी अमावस्या पर दो करोड़ से अधिक लोगों ने गंगा में पुण्य की डुबकी लगाई थी। माघ मेले में कल्पवास कर रहे श्रद्धालुओं और अन्य साधु संतों ने भी वसंत पंचमी पर गंगा स्नान किया।
काशी सुमेरू पीठाधीश्वर स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि सनातन धर्म में पौराणिक मान्यता है कि वसंत पंचमी के दिन ही विद्या और संगीत की देवी माता सरस्वती का जन्म हुआ था। इसलिए इस दिन को ज्ञान की देवी मां सरस्वती के जन्मोत्सव के रूप में मनाते हैं।
मेला में पुलिस के 5 हजार जवान तैनात थे, माघ मेले का अगला स्नान 5 फरवरी को माघ मेला SSP राजीव नारायण मिश्र ने बताया कि मेले में सुरक्षा व्यवस्था में 5000 से अधिक लोग तैनात किए गए थे। जिसमें नागरिक पुलिस, महिला पुलिस, घुड़सवार पुलिस, स्थानीय खुफिया इकाई की टीम, खुफिया विभाग के अधिकारी, SDRF, NDRF, जल पुलिस शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि मेले में रीवर एंबुलेंस और फ्लोटिंग पुलिस चौकी की भी व्यवस्था की गई है। सीसीटीवी, शरीर पर धारण योग्य कैमरों, ड्रोन कैमरों से लोगों पर नजर रखी जा रही थी। वसंत पंचमी पर सतुआ बाबा संतोष दास जी महाराज, विमल देव आश्रम, महेशाश्रम जी महाराज, स्वामी गोपाल जी महाराज, किन्नर अखाड़ा की महामंडलेश्वर कौशल्या नंद गिरि आदि ने गंगा स्नान किया।
माघ मेले का अगला स्नान पांच फरवरी को माघी पूर्णिमा और 18 फरवरी को महाशिवरात्रि पर पड़ेगा जिसके साथ माघ मेला समापन हो जाएगा।