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महाकाल एक्सप्रेस में भगवान के लिए सीट आरक्षित करने का मामला, ओवैसी ने किया विरोध तो भड़के संत

locationप्रयागराजPublished: Feb 17, 2020 03:25:09 pm

हज की सब्सिडी और मदरसों के अनुदान पर संविधान याद नही आता

Mahakal express seat dispute saint reaction after owaisee tweet

महाकाल एक्सप्रेस में भगवान के लिए सीट आरक्षित करने का मामला, ओवैसी ने किया विरोध तो भड़के संत

प्रयागराज। काशी और महाकाल ज्योर्तिलिंगों को जोड़ने वाली महाकाल एक्सप्रेस के संचालन के साथ ही विरोध और बयानों का दौर भी शुरू हो गया है। काशी से इंदौर के बीच चलने वाली यह ट्रेन दो राज्यों के तीन ज्योतिर्लिंगों का दर्शन कराएगी। तमाम खूबियों वाली इस ट्रेन में भगवान शंकर श्री महाकाल के लिए भी एक सीट आरक्षित की है। यह ट्रेन ओमकारेश्वर उज्जैन में महाकालेश्वर और काशी में काशी विश्वनाथ का दर्शन कराएगी।


बी5 बोगी की 64 नंबर सीट भगवान की
महाकाल एक्सस्प्रेस की बोगी बी5 सीट संख्या पर 64 नंबर सीट भगवान शिव के लिए आरक्षित की गई है। जिसको लेकर सियासी बयानबाजी शुरू हो गई है। यह पहली बार है जब किसी ट्रेन में भगवान के लिए कोई सीट परमानेंट आरक्षित की गई है। जिस पर आईआईएम के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर कर विरोध जताया है ओवैसी ने संविधान की प्रस्तावना ट्विट करते हुए इसे संविधान की मूल भावना के विपरीत बताया हैओवैसी के इस ट्विट पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी सहित स्वामी आनंद गिरी ने पटलवार किया है।


प्रधानमंत्री का आभार
काशी से चलने वाली महाकाल एक्सप्रेस में एक सीट भगवान भोले नाथ के लिए आरक्षित रखे जाने को लेकर एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी के ट्वीट पर साधु संतों की सर्वोच्च संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने कड़ा एतराज जताया है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी ने वाराणसी से इन्दौर के बीच चलायी गई महाकाल एक्सप्रेस को लेकर जहां पीएम नरेन्द्र मोदी का आभार जताया है। वहीं उन्होंने कहा है कि ट्रेन में एक सीट छोड़ने का फैसला बिल्कुल उचित और स्वागत योग्य कदम है।


हज यात्रा के अनुदान क्यों नहीं दिखायी देते
उन्होंने ओवैसी के विरोध पर कहा है कि उनका काम ही विरोध करना है। इसलिए उनके विरोध को गम्भीरता से नहीं लेना चाहिए। वहीं योगगुरु स्वामी आनन्द गिरी ने असदुद्दीन ओवैसी को कलयुग का शिशुपाल बताते हुए कहा है कि कृष्ण जो भी काम करेंगे वे उसका विरोध ही करेंगे। स्वामी आनन्द गिरी ने पीएम मोदी की तुलना कृष्ण से करते हुए कहा है कि महाकाल एक्सप्रेस ट्रेन चलाये जाने से इस बार की शिवरात्रि शिव भक्तों के लिए बेहद खास होने जा रही है। क्योंकि एक ओर शिव भक्त काशी में बाबा विश्वनाथ के दर्शनों का पुण्य लाभ अर्जित कर सकेंगे,तो वहीं उज्जैन में महाकाल के भी दर्शनों का लाभ प्राप्त करेंगे। स्वामी आनन्द गिरी ने कहा है कि ओवैसी धर्म की राजनीति करते हैं। आखिर उन्हें सब्सिडी पर हज यात्रा और मदरसों में दिए जाने वाले अनुदान क्यों नहीं दिखायी देते हैं।

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