IMD यानी मौसम विभाग के मुताबिक 8 जून को मॉनसून ने केरल में एंट्री ले लिया है। अगले दो दिन में यानी 10 जून तक यह अरब सागर के अधिकतर पार्ट जैसे दक्षिणी प्रायद्वीप भारत, बंगाल की खाड़ी और नार्थईस्ट स्टेट को कवर कर सकता है। बीते एक दिन से साउथ ईस्ट अरब सागर पर बादल बढ़ गए थे। हवाएं अपने फूल स्पीड में चल रहीं थीं।
मॉनसून जल्द से जल्द केरल के बचे हुए भाग, तमिलनाडु के बचे भाग और कर्नाटक के कुछ हिस्सों में भी आएगा।
मौसम विभाग की वेबसाइट स्काईमेट के मुताबिक, अनुमान लगाया जाता है कि अपने शुरुआती चरण में मानसून की शुरूआत तेज होगी, लेकिन इस बार इसकी संभावना काफी कम है।
मौजूदा समय में मॉनसून पश्चिमी तटों और साउथ इंडिया के हिस्सों में बहुत स्लो स्पीड में बढ़ रहा है। इसका असर महाराष्ट्र की बारिश पर पड़ा है। एक लंबे इंतजार के बाद साउथ वेस्ट मॉनसून केरल पहुंच गया है। मौसम विभाग के मुताबिक 8 जून को मॉनसून ने केरल में दस्तक दे दी है। कल यानी 10 जून तक यह अरब सागर के ज्यादातर हिस्से, दक्षिणी प्रायद्वीप भारत, बंगाल की खाड़ी और उत्तरपूर्वी भारत तक पहुंच सकता है।
बीते एक दिन 24 घंटे में दक्षिणपूर्वी अरब सागर पर बादल बढ़ गए थे। हवाओं की गति तेज हो गई थी। अब मॉनसून जल्द केरल के बचे हुए हिस्सों, तमिलनाडु के कुछ हिस्सों, कर्नाटक के कुछ हिस्सों में भी आएगा। इसके लिए स्थितियां बेहतर बनी हुई हैं।
यूपी में मानसून के 18 से 23 जून के बीच में आने की संभावना मौसम विभाग ने जताई है। भारतीय मौसम विभाग ने बताया कि अरब सागर के ऊपर उठ रहा चक्रवात बिपारजॉय अगले 48 घंटों में काफी तेज होने वाला है और अगले दो दिनों में उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ेगा। IMD ने कहा कि ये चक्रवाती तूफान बहुत गंभीर बन रहा है।
तापमान 42 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया जा सकता है। इन सब के बीच केरल में मॉनसून ने दस्तक दे दी है। कल तक उत्तरी-पश्चिमी भारत में मॉनसून के पहुंचने की उम्मीद है। बीते एक सप्ताह में शहरी क्षेत्र के तापमान में भी करीब 7 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।