प्रतापगढ़ सांसद इस मुद्दे पर कुछ बचाव की मुद्रा में नजर आए। उन्होंने कहा कि देवकीनंदन ठाकुर जी संत हैं। हमारी सरकार ने ऐसा क्यों किया, देखता हूं, बात करता हूं। हालांकि उन्होंने साथ ही कहा कि पुलिस उन्हें जेल नहीं भेजेगी। कहा कि हरिवंश सिंह आखिर पार्लियामेंट में किसलिये हैं। जब संसद में विरोध होता है तो विचार होता है। कानून में बदलाव यान अमेंडमेंट लाया जाता है। बाबा साहब का संविधान कहता है कि 99 अपराधी छूट जाएं पर एक निर्दोष को सजा नहीं होनी चाहिये। पर अब यहां लोग यही कर रहे हें, जिससे निर्दोषों को सजा हो जाएगी। हमने इसके लिेय एक संस्था तैयार की हे। हर जिले से 10 से 15 लोग आए थे। कुल मिलाकर 1500 लोग हमारे पास आए थे, जिनकी लखनऊ में हमने मीटिंग ली। मीटिंग में फैसला हुआ कि समाज की जो भावना है उसको लेकर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री व राष्ट्रपति को चिट्ठी भेजूंगा। हम पूरे देश में घूम रहे हैं।
बता दें कि देवकी नंदन ठाकुर सवर्ण आंदोलन को धार देने के लिये चल रहे आंदोलन को नेतृतव दे रहे थे। ब्राहृमणों के बाद क्षत्रिय समाज ने भी एक्ट के विरोध के लिये महापंचायत का ऐलान कर दिया था। ठाकुर ने भी इसमें शामिल होने की घोषणा कर दी थी। पुलिस ने उन्हें इजाजत देने से इनकार कर दिया। उन्होंन प्रेसवार्ता करनी चाही पर उसके पहले ही वह गिरफ्तार कर लिये गए।
By Sunil Somvanshi