परीक्षा के नोडल अधिकारी एसपी क्राइम बीके मिश्रा ने बताया कि इस गैंग का सरगना चंदौली का एक कोचिंग संचालक है। उसने बिहार के अलावा यूपी, मध्य प्रदेश से मुन्ना भाई बुलाए हैं। अभ्यर्थियों से पांच-पांच लाख रुपये लिए थे। परीक्षा में बैठने वालों से दो-दो लाख तय हुए थे। एडवांस में 50-50 हजार रुपये दिए थे।
धूमनगंज के फूलवती इंटर कॉलेज परीक्षा केंद्र के व्यवस्थापक अनुपम शर्मा ने गाजीपुर के युवराजपुर निवासी भरत कुमार कुशवाहा के स्थान पर बिहार के रोहिताश जिले के ओमप्रकाश कुमार को परीक्षा देते पकड़ा था। परीक्षा के दौरान ओम प्रकाश के पास भरत कुमार का परिचय पत्र था। चेकिंग के दौरान फोटो अलग होने के कारण पुलिस ने ओम प्रकाश को हिरासत में ले लिया। पूछताछ में उससे अहम जानकारियां मिलीं, जिसके आधार पर चंदौली के मनीष कुमार यादव के स्थान पर मधुबनी बिहार के रवेंद्र कुमार मंडल को परीक्षा देते हुए दबोच लिया गया। ज्यादा पूछताछ की गई तो परीक्षा क्ंद्र के बाद दूसरों के स्थान पर परीक्षा देने आए अन्य मुन्ना भाइयों में मधुबनी के रमन कुमार यादव, पटना के मिथलेश कुनार यादव और सीतामढ़ी के उपेंद्र कुमार को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
सभी छह अपराधियों को शुक्रवार को जेल भेज दिया गया। गिरफ्तार किए गए पेपर साल्वरों से पूछताछ में खउलासा हुआ है कि कोचिंग संचालक का मुन्ना भाइयों को परीक्षा में बैठाने का यह खेल इलाहाबाद के साथ-साथ बनारस, लखनऊ, कानपुर सहित छह जिलों में ल रहा है। इस जानकारी के बाद प्रदेश सरकार ने परीक्षा केंद्र वाले शहरों में जांच और खुलासे के लिए एसटीएफ को लगा दिए है।