होली से पहले मंसूर अली पार्क में मुस्लिम महिलाओं ने होली भी जलाई। होली के दिन फूलों से साझी विरासत साझी संस्कृति लिखकर भाईचारे का संदेश दिया ।यही नहीं इस दौरान धरना स्थल पर जाने वाली हिंदू महिलाओं से गले मिलकर उन्हें बधाई भी दी। मुल्क में अमन.चैन के लिए धरना स्थल पर ही नमाज अदा की गई।
धरने पर बैठी महिलाओं का कहना है कि हमने बचपन से साझा विरासत की संस्कृति को देखा है। इसे ही सहेजना चाहते हैं ।उन्होंने कहा कि हम सरकार के बिल के विरोध में है बैठे हैं ।जो ना देश के विरोध में है और ना ही किसी संप्रदाय के खिलाफ।भाईचारे की संस्कृति का हम सम्मान करते है ये हमारी भारतीय परंपरा का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि यह बिल किसी की सरकार में आता तो हम विरोध करते हम ना जाति के विरोध में हैं ना किसी धर्म से लड़ रहे है।लेकिन हम सरकार को यहां से यह संदेश देना चाहते हैं कि हमारी साझी विरासत की संस्कृति को चोट पहुंचाई जाए। हम ईद दिवाली होली एक साथ मनाना चाहते हैं ।यह हमारा मुल्क है हमसे हमारी पहचान ना पूछी जाए।
बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून बिल के खिलाफ यहां महिलाओं का धरना अनवरत चल रहा है। जिसे खत्म कराने के लिए प्रशासन ने कई बार बड़े प्रयास किए। लेकिन महिलाएं पीछे हटने को तैयार नहीं है। धरने पर बैठी 100 महिलाओं के खिलाफ नामजद और ढाई सौ महिलाओं के खिलाफ अज्ञात में प्रशासन ने मुकदमा दर्ज किया है। यही नहीं पार्क को खाली करने के लिए प्रशासन द्वारा नोटिस भी चस्पा की गई है।