नैनी जेल में खाता था घर का खाना, आती थी औरतें
माफिया अतीक जब भी जेल में बंद होता उसके लिए खाना घर से बन कर आता था। कूलर, टीवी, फ्रिज से लेकर मोबाइल तक की सुविधा उसे जेल में मिलती थी। अतीक जेल से ही मोबाइल पर बात करते हुए अपना आपराधिक साम्राज्य चलाता था। वह अपने जेल में बने कमरे में किसी से भी मिलता था। लोग तो यहां तक दावा करते है कि उसके जेल में रहने के दौरान उससे मिलने के लिए औरतें तक आती थी। हालांकि जेल प्रशासन अब तक इन आरोपों को नकारता आया है।
माफिया अतीक जब भी जेल में बंद होता उसके लिए खाना घर से बन कर आता था। कूलर, टीवी, फ्रिज से लेकर मोबाइल तक की सुविधा उसे जेल में मिलती थी। अतीक जेल से ही मोबाइल पर बात करते हुए अपना आपराधिक साम्राज्य चलाता था। वह अपने जेल में बने कमरे में किसी से भी मिलता था। लोग तो यहां तक दावा करते है कि उसके जेल में रहने के दौरान उससे मिलने के लिए औरतें तक आती थी। हालांकि जेल प्रशासन अब तक इन आरोपों को नकारता आया है।
माफिया को भाई-भाई कहते थे अफसर
माफिया से नेता बना अतीक जब भी कभी नैनी सेंट्रल जेल में आता जेल के अफसर उसे भाई कहकर बुलाते और उसकी बातों को मानते थे। ये कह लिजिए की जब भी अतीक जेल में होता उसकी हुकुमत चलती थी। जेल मैनुअल के हिसाब से शाम के बाद कोई भी अपराधी किसी से मिल नहीं सकते है। लेकिन यह बात अतीक के लिए लागू नहीं होती थी। वद जब चाहता लोग उससे मिलने के लिए आ जा सकते थे। आधी रात को जेल का दरवाजा खुलवा दिया जाता था, जिससे उससे मिलने आने वाले लोगों को किसी भी तरह सो कोई दिक्कत न हो।
माफिया से नेता बना अतीक जब भी कभी नैनी सेंट्रल जेल में आता जेल के अफसर उसे भाई कहकर बुलाते और उसकी बातों को मानते थे। ये कह लिजिए की जब भी अतीक जेल में होता उसकी हुकुमत चलती थी। जेल मैनुअल के हिसाब से शाम के बाद कोई भी अपराधी किसी से मिल नहीं सकते है। लेकिन यह बात अतीक के लिए लागू नहीं होती थी। वद जब चाहता लोग उससे मिलने के लिए आ जा सकते थे। आधी रात को जेल का दरवाजा खुलवा दिया जाता था, जिससे उससे मिलने आने वाले लोगों को किसी भी तरह सो कोई दिक्कत न हो।
46 महीने बाद आया है नैनी जेल
माफिया अतीक अहमद करीब 4 साल से गुजरात के साबरमती जेल में बंद था। कोर्ट के आदेश के बाद उसे वापस UP लाया गया है। साबरमती जेल जाने से पहले वह देवरिया जेल में बंद था। देवरिया जेल में रहने के दौरान उस पर आरोप लगा कि उसने लखनऊ के एक व्यापारी को रंगदारी न देने पर लखनऊ से उठवाकर देवरिया जेल लाया और यहां उसे जमकर मारा। इसके बाद देवरिया जेल प्रशासन ने उसे अपने यहां से भेजने का फैसला किया और उसे गुजरात के साबरमति स्थित सेंट्रल जेल में शिफ्ट कर दिया गया।
माफिया अतीक अहमद करीब 4 साल से गुजरात के साबरमती जेल में बंद था। कोर्ट के आदेश के बाद उसे वापस UP लाया गया है। साबरमती जेल जाने से पहले वह देवरिया जेल में बंद था। देवरिया जेल में रहने के दौरान उस पर आरोप लगा कि उसने लखनऊ के एक व्यापारी को रंगदारी न देने पर लखनऊ से उठवाकर देवरिया जेल लाया और यहां उसे जमकर मारा। इसके बाद देवरिया जेल प्रशासन ने उसे अपने यहां से भेजने का फैसला किया और उसे गुजरात के साबरमति स्थित सेंट्रल जेल में शिफ्ट कर दिया गया।
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इस बार नहीं मिलेगी ऐसी सुविधाविधायक से लेकर सांसद बनने तक का सफर तय करने वाले अतीक को अब ऐसी सुविधाएं नहीं मिलेंगी। वजह साफ है प्रदेश में बदली सरकार। समाजवादी पार्टी के दौरान प्रयागराज और नैनी जेल में समानांनतर सरकार चलाने वाला अतीक अब हाई सिक्योरीटी जेल में रहेगा। उसे भी वहीं सुविधाएं मिलेंगी जो अन्य कैदियों को मिलता है। 25 फरवरी को विधानसभा में अतीक पर बयान देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि उनकी सरकार उसे मिट्टी में मिला देगी। तभी से यह अंदाजा लग गया था कि अब उसे जेल में वह सुविधाएं नहीं मिलेंगी, जो पहले मिलती थी।