इससे पहले मामले में विभिन्न खुलासे हुए हैं जिससे महंत नरेंद्र गिरि की मौत की गुत्थी और उलझती जा रही है। एसआईटी की जांच में महंत नरेंद्र गिरि के फोन को खंगालने पर पता चला है कि मोबाइल फोन पर आउटगोइंग और इनकमिंग में कुल 35 कॉल आए थे। इस कॉल में कुल 18 लोगों से महंत ने बात की थी। कुछ हरिद्वार के नम्बर है और कुछ प्रयागराज हैं। मोबाइल से बात करने वाले शख्स से पुलिस पूछताछ करेगी।
एसआईटी की जांच रिपोर्ट का सीबीआई लेगी संज्ञान-
महंत नरेंद्र गिरि सुसाइड मिस्ट्री में जांच के लिए सीबीआई की पूरी टीम पहुंचेंगी। बाघंबरी गद्दी में स्थित सभी शिष्यों से पूछताछ करने के साथ ही संदिग्ध आरोपियों से भी जानकारी लेगी। चार दिनों से एसआईटी की टीम जांच कर रही है। सीबीआई एसआईटी की जांच रिपोर्ट का भी संज्ञान लेगी। मामले में जितने भी संदिग्ध है सभी से टीम पूछताछ करेगी।
महंत नरेंद्र गिरि सुसाइड मिस्ट्री में जांच के लिए सीबीआई की पूरी टीम पहुंचेंगी। बाघंबरी गद्दी में स्थित सभी शिष्यों से पूछताछ करने के साथ ही संदिग्ध आरोपियों से भी जानकारी लेगी। चार दिनों से एसआईटी की टीम जांच कर रही है। सीबीआई एसआईटी की जांच रिपोर्ट का भी संज्ञान लेगी। मामले में जितने भी संदिग्ध है सभी से टीम पूछताछ करेगी।
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सीबीआई टीम विभिन्न बिंदुओं पर जांच करेगी। जैसे फांसी के फंदे का तीन भाग किसने किया? कमरे का दरवाजा किसने खोला? कमरे में पंखा क्यों चालू किया गया? विवाद क्यों था? पुराने विवाद कितने लोगों से थे? आनंद गिरि, आद्या तिवारी और संदीप तिवारी का क्या रोल है? आत्महत्या से पहले महंत के फ़ोन पर कितने लोगों ने कॉल किया था और क्या बात हुई थी? सुसाइड नोट की लिखावट महंत या और किसी की? पोस्टमार्टम रिपोर्ट क्या कहती है? 24 घंटे बाद क्यों हुआ पोस्टमार्टम? मामले सम्बन्धित अधिकारियों का क्या है रोल? क्या था जमीनी विवाद?
सीबीआई टीम विभिन्न बिंदुओं पर जांच करेगी। जैसे फांसी के फंदे का तीन भाग किसने किया? कमरे का दरवाजा किसने खोला? कमरे में पंखा क्यों चालू किया गया? विवाद क्यों था? पुराने विवाद कितने लोगों से थे? आनंद गिरि, आद्या तिवारी और संदीप तिवारी का क्या रोल है? आत्महत्या से पहले महंत के फ़ोन पर कितने लोगों ने कॉल किया था और क्या बात हुई थी? सुसाइड नोट की लिखावट महंत या और किसी की? पोस्टमार्टम रिपोर्ट क्या कहती है? 24 घंटे बाद क्यों हुआ पोस्टमार्टम? मामले सम्बन्धित अधिकारियों का क्या है रोल? क्या था जमीनी विवाद?
उत्तराधिकारी पर हुआ मंथन-
महंत नरेंद्र गिरि की मृत्यु के बाद सबसे बड़ा प्रश्न बाघंबरी मठ के अगले उत्तराधिकारी को लेकर है। सबसे बड़े दावेदार के रूप में नरेंद्र गिरि के शिष्य बलवीर सिंह है, जिनका नाम उनके सुसाइड लेटर में हैं। शुक्रवार को संतों के पंच परमेश्वर की बैठक हुई। हालांकि बैठक में क्या हुई, इसपर सभी संतों ने चुप्पी साध ली। उत्तराधिकारी को लेकर गुरुवार को ही बैठक होनी थी, लेकिन कुछ संत प्रयागराज नहीं पहुंच सके थे जिस कारण बैठक को शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
महंत नरेंद्र गिरि की मृत्यु के बाद सबसे बड़ा प्रश्न बाघंबरी मठ के अगले उत्तराधिकारी को लेकर है। सबसे बड़े दावेदार के रूप में नरेंद्र गिरि के शिष्य बलवीर सिंह है, जिनका नाम उनके सुसाइड लेटर में हैं। शुक्रवार को संतों के पंच परमेश्वर की बैठक हुई। हालांकि बैठक में क्या हुई, इसपर सभी संतों ने चुप्पी साध ली। उत्तराधिकारी को लेकर गुरुवार को ही बैठक होनी थी, लेकिन कुछ संत प्रयागराज नहीं पहुंच सके थे जिस कारण बैठक को शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
दो बयान देकर घिरे बलबीर सिंह-
इस बीच प्रमुख दावेदार बलबीर गिरि अपने ही विरोधाभास बयानों से घिरते हुए नजर आ रहा हैं। उन्होंने पहले नरेंद्र गिरि के खत को लेकर दावा किया था कि इसमें हैंडराइटिंग नरेंद्र गिरि है। लेकिन बाद में जब संत समाज ने उन्हें मठ का उत्तराधिकारी मानने से इंकार करते हुए सुसाइड नोट पर सवाल खड़े किए तो बलबीर गिरि ने पत्र में हैंडराइटिंग पहचानने से इंकार कर दिया। उन्होंने इसपर कहा कि यह जांच का विषय है।
इस बीच प्रमुख दावेदार बलबीर गिरि अपने ही विरोधाभास बयानों से घिरते हुए नजर आ रहा हैं। उन्होंने पहले नरेंद्र गिरि के खत को लेकर दावा किया था कि इसमें हैंडराइटिंग नरेंद्र गिरि है। लेकिन बाद में जब संत समाज ने उन्हें मठ का उत्तराधिकारी मानने से इंकार करते हुए सुसाइड नोट पर सवाल खड़े किए तो बलबीर गिरि ने पत्र में हैंडराइटिंग पहचानने से इंकार कर दिया। उन्होंने इसपर कहा कि यह जांच का विषय है।