भार से झुके खंभे बिजली के लटकते तार के बोझ से खंभे झुक चुके हैं। एक दर्जन से ज्यादा खंभे तो इतने नीचे झुक गए हैं कि तेज हवा से ही गिरने की आशंका है। नृसिंह कॉलोनी, नसियां कॉलोनी व कैलाश टॉकिज की आस-पास के निवासियों ने बताया कि पूरे इलाके में बिजली के तार मकड़ी के जाल की तरह फैले हुए हैं। ये तार दुकानों से सटे हुए हैं। कारोबारियों के मुताबिक बिजली के इन तारों में अक्सर शॉर्ट सर्किट होता रहता है। इलाके में कई बार आग लगने की घटनाएं भी हो चुकी हैं। इसके बावजूद इनको भूमिगत करने के लिए कदम नहीं उठाए गए।
ट्रांसफार्मर में कई बार लग चुकी है आग उदेई मोड़-सालोद रोड पर कमोबेश अन्य इलाकों के तरह ही हालात बने हुए हैं। यहां भी बिजली के लटकते तार और सड़क किनारे रखे ट्रांसफार्मर समस्या बने हुए हैं। एक दुकानदार ने बताया कि ट्रांसफार्मर में अक्सर शार्ट सर्किट होता है। इसको लेकर विद्युत निगम और प्रशासन का रवैया काफी उदासीन है।
सिर को छूते हैं तार स्टेशन रोड इलाके में कई जगह बिजली के तार काफी नीचे तक लटके हुए हैं। इनके नीचे से गुजरने वालों को खतरा होता है। कई जगह तो बिजली के इन तारों की ऊंचाई इतनी कम है कि बच्चों की भी पहुंच में आ जाते हैं। कारोबारियों के मुताबिक इस बारे में बिजली विभाग को कई बार सूचना दी पर अब तक उनकी समस्या का समाधान नहीं किया गया।
टूटते तारों ने लील ली थी जिंदगी गत जून से अगस्त माह के बीच में एक दर्जन से अधिक विद्युत तार टूट कर गिरने की घटनाएं हुईं। इनमें कई मासूम लोगों की असमय मौत हो गई। उस समय प्रशासन ने विद्युत लाइनों के उचित रख-रखाव का आश्वासन दिया था, लेकिन समय गुजरने के साथ ही निगम अधिकारी फिर से पुराने ढर्रे पर आ गए।
फिलहाल कोई योजना नहीं विद्युत तारों को भूमिगत करने की फिलहाल कोई योजना नहीं है। झुके खम्भों की जानकारी मिलने पर उनकी मरम्मत कराई जाती है। विद्युत उपभोक्ता की अन्य शिकायतों पर भी कार्रवाई करते हैं।
केएल बड़ोदिया, सहायक अभियंता, विद्युत वितरण निगम, गंगापुरसिटी