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कुंभ के बाद संगम के घाट पर आचमन करना हुआ मुश्किल, संतों ने कहा सीएम योगी याद करें अपना वचन

locationप्रयागराजPublished: May 27, 2019 01:19:14 pm

संगम के घाट पर नही बचा जल

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प्रयागराज। संगम नगरी में कुंभ के दौरान जनवरी से मार्च माह के बीच आयोजित हुए कुम्भ के दौरान संगम में करोड़ों श्रद्धालु आस्था भाव से यहाँ पहुंचें संगम तट श्रद्धालुओ के लिए आकर्षण का केंद्र रहा । वही कुंभ के बीतने के बाद यहाँ की तस्वीर बिलकुल अलग है। कुम्भ के बाद गर्मी शुरु होते ही संगम में तेजी से पानी कम होने लगा है। जब की कुम्भ के दौरान संगम में जल का तीव्र प्रवाह था गंगा- यमुना की धारा में बचाव के बड़े इंतजाम थे वहीं अब संगम का जल स्तर इतना कम हो गया है कि लोग आस्था की डुबकी क्या घाट पर आचमन भी नहीं कर पा रहे हैं। संगम पर आने वाले श्रद्धालुओं को स्नान के लिए अब बीच नदी में जाना पड़ रहा है। जिससे लोगों की जान को भी खतरा बना हुआ है। वहीं संगम की इस दयनीय स्थिति को लेकर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी ने भी अपनी गम्भीर चिन्ता जतायी है। कहा कि संगम तट पर देश भर के लोग वर्ष भर आते है यहां जल का प्रवाह नियमित होना चाहिए।
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घाट पर नही बचा पानी
कुंभ के बाद प्रयागराज मेला प्राधिकरण की ओर से संगम तट तक जाने के लिए अभी भी मार्ग बनाए गए हैं । घाट पर रोशनी की व्यवस्था की गई है । लेकिन इन सबके बावजूद संगम में पानी ना होने से यहां आने वाले श्रद्धालुओं को निराश होना पड़ रहा है । कुंभ के दौरान देश और दुनिया से श्रद्धालु और पर्यटक संगम के किनारे लगे विश्व के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन में शिरकत करने पहुंचे थे। लेकिन ढ़ाई माह के बाद ही संगम का वो नजारा अब देखने को नहीं मिल रहा। कारण है कि कुम्भ के दोरान गंगा नदी में टिहरी और नरौरा डैम से पर्याप्त पानी छोड़ा जा रहा था। जिससे संगम पर श्रद्धालुओं और साधु संतों के लिए पर्याप्त पानी मिल रहा था। लेकिन कुम्भ बीतने के बाद संगम में पानी न छोड़े जाने से जलस्तर लगातार कम हो रहा है। मौजूदा समय में संगम में जल स्तर करीब सौ मीटर दूर खिसक कर चला गया है और रेत के टीले दिखायी दे रहे हैं। लोग संगम में छोटी जलधारा को दो पहिया और चार पहिया वाहनों से पार कर संगम के बीच स्नान करने जा रहे हैं। लेकिन जिस स्थान पर लोग स्नान कर रहे हैं उस स्थान पर गहराई और बहाव अधिक होने के चलते लोगों की जान को भी खतरा बना हुआ है। संगम पर स्नान करने आने वाले श्रद्धालु और यहां पर धार्मिक कर्मकांड कराने वाले तीर्थ पुरोहितों में गंगा की इस दुर्दशा को लेकर नाराज है।
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जल्द मुख्यमंत्री से करेंगे मुलाक़ात
वहीं संगम में लगातार घट रहे जल स्तर को लेकर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी ने भी चिन्ता जतायी है। उन्होंने सीएम योगी को साधु संतों को दिया गया वचन याद दिलाते हुए संगम में पर्याप्त पानी की उपलब्धता बनाये रखने की मांग की है। महंत नरेन्द्र गिरी ने कहा है कि संगम में पर्याप्त पानी छोड़े जाने की मांग को लेकर वे जल्द सीएम योगी से मुलाकात करेंगे और अपनी मांग भी रखेंगे। दिव्य और भव्य कुम्भ की सफलता के बाद जहां संगम आने वाले श्रद्धालुओं की तादात बढ़ी है। वहीं संगम में जलस्तर कम होने से लोगों को निराशा हो रही है। ऐसे में अगर यही स्थिति लम्बे समय तक बनी रहीए तो जहां संगम में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या पर इसका असर पड़ेगा। वहीं साधु संतों की नाराजगी भी सरकार को झेलनी पड़ेगी।

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