अधिकारीयों ने संभाला मोर्चा
अमावस्या के स्नान के दौरान तेज़ ठंड पर आस्था भारी दिखी। मेला क्षेत्र में रहने वाले कल्पवासियों के साथ देश भर से स्नानार्थियों के स्नान का सिलसिला लगातार चलता रहा। जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ती गई। दोपहर तक मेले में अनुमान से ज्यादा भीड़ आने पर मेले में तैनात अधिकारीयों व्यवस्था की कमान अपने हाथों में ले ली । मेला क्षेत्र के सभी मार्गों को वनवे किया गया। घंटों बाद काली सड़क और त्रिवेणी मार्ग की भीड़ नियंत्रित की जा सकी । शहर में जाने के लिए यात्रियों को अलग -अलग मार्गों से बाहर भेजा जाने लगा ।मौनी अमावस्या के स्नान पर देशभर से श्रद्धालुओं का आगमन संगम नगरी में हुआ । स्नान पर्व के चलते रेलवे स्टेशनों से लेकर बस स्टैंड और शहर भर में भारी भीड़ जमा रही।
मेला प्रशासन ने की कपड़ो की व्यवस्था
संगम क्षेत्र में स्नान के लिए सात किलोमीटर लंबे घाट का विस्तार किया गया था । यह जितना ही सुविधा जनक रहा उतना ही यह परेशानी का सबब भी बना । सभी स्नान घाट एक जैसे थे ,सभी पर व्यवस्थाएं एक सी थी । जिसको लेकर स्नान करने गए श्रद्धालु वापस आकर अपने परिजनों को ढूंढने के लिए खासी मशक्कत करनी पड़ी । हालांकि स्नान घाट के पास ही प्रशासन द्वारा अनाउंसमेंट की व्यवस्था की थी । जिससे लोग वहां जाकर अपने परिजनों को बुला ले रहे थे । । तेज ठंड में हजारों लोग अपने स्थान पर नहीं पंहुच पा रहे थे । स्नान के बाद परेशान लोगो के लिए मेला प्रशासन द्वारा कपड़ों और अलाव की व्यवस्था की थी ।
दोपहर तक भर गई मेले पार्किंग
मेला क्षेत्र में भीड़ बढ़ने के बाद मेले के आसपास की पार्किंग । भर गई जिसके चलते दूर बनाई गई पार्किंग में आने वाले यात्रियों की गाड़ियों को रोका जाने लगा । दूर दराज से आ रहे यात्रियों को कई किलोमीटर का लंबा सफर तय करना पड़ा । वहीं दोपहर बाद मेला क्षेत्र में उस समय उत्साह फैल गया जब हेलीकॉप्टर से श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा हुई । स्नान के दौरान जहां जय श्री राम और देवी- देवताओं के नाम के जैकारे लग रहे थे । वही पीएम मोदी और सीएम योगी के नारे गूंजने लगे । मेला क्षेत्र में आने वाले श्रद्धालुओं ने इसे सरकार द्वारा दिया जाने वाला सम्मान कहा ।
ड्रोन से हुई निगरानी
मेला क्षेत्र का स्नान घाटों पर सुरक्षा के मद्देनजर जहां फोर्स तैनात की गई थी । किसी भी तरह की कोई घटना न हो इसके लिए ड्रोन से भी निगरानी की जा रही थी । स्नान घाटों पर फोटोग्राफी पूरी तरह से प्रतिबंधित रही । घाटों से पुरोहितों और दुकानदारों को सुरक्षा के लिहाज से दूर रखा गया । मेला अधिकारी रजनीश मिश्रा सहित जिला अधिकारी जिले के कप्तान घाटों पर निरीक्षण करते रहे।
वीआईपी मूवमेंट की अनुमति नही मिली
मेले में किसी भी तरह के वीआईपी मूवमेंट की अनुमति नही रही । मेला अधिकारी ने बताया की शाम साढ़े पांच बजे तक एक करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम तट स्नान करने पंहुच चुके है । उन्होंने बताया की स्नान का मुहूर्त देर रात तक है जिसके चल अभी लोगो का आना जारी है ।