संघ से जुड़े नेता की हत्या की साजिश
जिले के नैनी थाना क्षेत्र अंतर्गत चाका ब्लाक के पूर्व ब्लाक प्रमुख दिलीप मिश्रा का नाम एक बार फिर सामने आया है। इस मामले में उनके बेटे को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस द्वारा गी गई जानकारी के मुताबिक़ निजी दुश्मनी में संघ से जुड़े नेता समेत दो लोगों की हत्या की सुपारी नीरज सिंह को दी गई थी। खुलासा होने के बाद पुलिस ने दिलीप मिश्रा के तलाश में छापेमारी की गई लेकिन वह फरार हो गया। हालांकि पुलिस ने उनके बेटे को गिरफ्तार की है। देर रात तक क्राइम ब्रांच सुपारी किलर से पूछताछ करती रही।
एक लाख का इनामिया
एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज के मुताबिक सुपारी किलर अमेठी निवासी नीरज सिंह ने 2018 में मेहंदी हत्याकांड को अंजाम दिया था। जिसमें दो लोगों की गोली मारकर हत्या हुई थी। इस वारदात के बाद लखनऊ में नीरज सिंह पर एक लाख का इनाम घोषित हुआ था ।उसके बाद उसका नाम कई सनसनीखेज हत्याकांड से भी जुड़ता रहा है।अंबेडकरनगर और अमेठी समेत कई जिलों में उस पर 11 मामले दर्ज हैं। पुलिस ने बताया कि नीरज सिंह को औद्योगिक थाना क्षेत्र के लवायनकला के रहने वाले दिलीप मिश्रा ने अपने स्कूल माया देवी स्मारक शिक्षण संस्थान में उसको शरण दी थी।
हो चुकी थी हत्या की रेकी
बताया जा रहा है की दिलीप मिश्रा ने संघ से जुड़े व्यापारी नेता और दूसरे सपा के नेता की हत्या की भी सुपारी दी थी। वह रेकी कर चुका था, वारदात को अंजाम देने से पहले क्राइम ब्रांच प्रभारी बृजेश सिंह को मुखबिर द्वारा सूचना मिली कि शातिर अपराधी नीरज सिंह को लावायन कला में रुका हुआ है। पुलिस ने छापेमारी कर पुलिस ने मुठभेड़ में नीरज सिंह को गिरफ्तार किया है। नीरज के पास से एक राइफल एक पिस्टल एक तमंचा 11 कारतूस बरामद किया गया है ।इसके साथ ही पुलिस दिलीप मिश्रा की गिरफ्तारी के लिए भी छापेमारी देर रत तक जारी रही।अपराधी को शरण देने के आरोप में उनके बेटे को गिरफ्तार कर लिया गया है।
नंदी बम काण्ड में आरोपी
एसएसपी के मुताबिक आरोपी नीरज उर्फ अखंड प्रताप प्रयागराज में अंशु पांडे के नाम से फर्जी आधार कार्ड बनवाकर रह रहा था। देर रात तक पुलिस दिलीप मिश्रा की तलाश में छापेमारी करती रही। बता दें कि दिलीप मिश्रा सूबे के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी पर हुए जानलेवा हमले के भी आरोपी हैं। वर्तमान में जमानत पर रिहा है।