प्रशासन की ओर से संगम नगरी इलाहाबाद का विकास 2018-19 में होने जा रहे अर्द्धकुंभ को ध्यान में रखकर किया जा रहा है। सीएम योगी आदित्य नाथ ने खुद ही आने वाले अर्धकुंभ को एतिहासिक बनाने की बात कही है। अर्द्धकंुभ से पहले इलाहाबाद को स्थायी निर्माण के रूप में फ्लाई ओवर और चैंड़ी सड़कों की सौगात मिल चुकी है। जिसे अब पूरा करने की तैयारी है। वहीं देश दुनिया में इलाहाबाद में आयोजित होने वो अर्द्धकुंभ को आकर्षण का केंद्र बनाने के लिए प्रशासन भी पूरी तरह से जुट गया है। अर्द्धकुंभ को ध्यान में रखते हुए लगातार जिला प्रशासन स्तर पर बैठक कर कार्यों की माॅनिटरिंग की जा रही है। आज मंडलायुक्त आशीष कुमार गोयल के नेतृत्व में जिलाधिकारी संजय कुमार ने गांधी सभागार में सभी प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक ली।
इस बैठक में संस्कृति, कला, फोटोग्राफर, कलाकार, विद्यार्थी सहित अन्य क्षेत्र से जुडे लोगों को भी संयुक्त बैठक में शामिल किया गया। बैठक में कमिश्नर ने मौजूद सभी लोगों से एक जुट होकर इलाहाबाद को खूबसूरत बनाने की अपील की। उन्होंने अर्द्धकुंभ के पहले या संभव हो तो आने वाले माघ मेले तक शहर की खाली दीवारों, पिलरों, चैराहों, सार्वजनिक इमारतों की दीवारों सहित अन्य ऐसी जगहों पर इलाहाबाद की गौरवगाथा को पेंटिंग के माध्यम से उकेरने की बात कही। उन्होंने इस अभियान को पेंट माई सिटी अभियान नाम दिया।
पहले चरण में इलाहाबाद के प्रवेश द्वार
हैदराबाद और जयपुर की तर्ज पर इलाहाबाद के प्रवेश द्वार वाली जगहों पर पहले चरण में ही कार्य प्रारंभ किया जाएगा। इसमें सबसे पहले इलाहाबाद के प्रवेश मार्ग जैसे झूंसी की तरफ से शास्त्री ब्रिज, नैनी की ओर से यमुना पर बना नया व पुराना ब्रिज, फाफामउ की तरफ गंगा पर बना पुराने व नए पुल की दीवारों को चिन्हित करने कार्य होगा। इसके अलावा नगर में प्रवेश करने वाली रेल लाइनों के किनारे बने रेलवे कालोनियों की दीवारों, रेलवे के भवनों सहित अन्य जगहों को खूबसूरत किया जाएगा। इसके लिए रेलवे के प्रशासनिक अधिकारियों को भी जानकारी दी गई है।
हैदराबाद और जयपुर की तर्ज पर इलाहाबाद के प्रवेश द्वार वाली जगहों पर पहले चरण में ही कार्य प्रारंभ किया जाएगा। इसमें सबसे पहले इलाहाबाद के प्रवेश मार्ग जैसे झूंसी की तरफ से शास्त्री ब्रिज, नैनी की ओर से यमुना पर बना नया व पुराना ब्रिज, फाफामउ की तरफ गंगा पर बना पुराने व नए पुल की दीवारों को चिन्हित करने कार्य होगा। इसके अलावा नगर में प्रवेश करने वाली रेल लाइनों के किनारे बने रेलवे कालोनियों की दीवारों, रेलवे के भवनों सहित अन्य जगहों को खूबसूरत किया जाएगा। इसके लिए रेलवे के प्रशासनिक अधिकारियों को भी जानकारी दी गई है।
पेंटिंग में इन चीजों को दिया जाएगा महत्व पहले चरण में इलाहाबाद के पौराणिक इतिहास से जुड़े कथानको, कुंभ के महत्व, भारद्वाज आश्रम, गंगा-यमुना से सम्बधिंत चित्र, मध्यकालिन इतिहास और स्वतंत्रता संग्राम के अलावा इलाहाबाद से जुड़े साहित्यकारों, महर्षियों से जुड़े चित्र इस पेंटिंग का विषय होंगे। इस योजना में ललित कला इलाहाबाद विश्वविद्यालय के अध्यापकों, शौधार्थियों व नगर के प्रसिद्ध चित्रकार और फोटो जर्नलिस्ट का भी सुझाव लिया जाएगा। कमिश्नर ने पेंटिंग के लिए प्रोफेशनल चित्रकारों और फाइन आर्टस के विद्यार्थियों को प्रोत्साहन राशि भी देने की बात कही। उन्होंने म्यूरल को भी डिजाइन का आधार बनाने की बात कही।
कोचिंग की होल्डिंगों को हटाने के निर्देश इस अभियान के तहत शहर के विभिन्न चैक चैराहो पर लटक रही या लगाई गई होल्डिगों, दीवारो पर लगाए गए पोस्टर को हटाने के भी निर्देश जारी किए गए हैं। इस कार्य के लिए डीएम संजय कुमार ने एडीएम सिटी, नगर आयुक्त व विकास प्राधिकरण के अधिकारियों को निर्देश दिया है। इसके अलावा जिन लोगों ने प्रचार प्रसार के लिए दीवारों पर अवैध रूप से पुताई कराई है। उनको तत्काल नोटिस दे कर जुर्माना करने का निर्देश जारी किया।