खादिम हुसैन रिजवी इस्लामिक स्कॉलर, लेखक और तहरीक-ए-लब्बैक संगठन का संस्थापक था। साल 2015 में यह राजनीतिक संगठन ‘तहरीक-ए-लब्बैक’ बनाया गया था। मौलाना खादिम हुसैन रिजवी को उर्दू, पंजाबी, अरबी और फारसी भाषाएं आती थी। वह इस्लाम धर्म के पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के जीवन और उनके विचारों पर अपने भाषणों के लिए मशहूर था।
प्रयागराज में हुआ उदयपुर जैसा कन्हैयालाल कांड, चापड़ से काटी कंडक्टर की गर्दन, Video देख सहम जाएंगे आप
UP ATS ने शुरू की जांचआरोपी छात्र ने कंडक्टर पर हमले के बाद करीब मिनट का एक वीडियो बनाया था, जिसमें लब्बैक, खादिम हुसैन रिजवी जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया गया है। फिलहाल, UP ATS ने उसके आतंकी कनेक्शन को लेकर जांच शुरू कर दी है। आरोपी के घर शनिवार की रात पुलिस का पहरा रहा। उसके परिजन घर छोड़कर फरार हो गए हैं। एजेंसियों ने लारैब के कमरे और घर को खंगाला है। इस दौरान UP ATS के हाथ एक लैपटॉप लगा है। उसकी गतिविधियों के बारे में पड़ोसियों और मित्रों से जानकारी ली जा रही है।