दीपावली पर स्कूलों की छुट्टीयां शुरू हो गई हैं। घर से दूर रहने वाले ज्यादतर लोग इस बार की दीपावली का त्योहार घर आ कर मनाने की सोच रहे हैं। लेकिन दिल्ली, मुम्बई, कलकत्ता, चेन्नई सहित अन्य रूटों से आने वाली ज्यादातर ट्रेनों में लंबी वेटिंग और नो रूम है। अगर कोई नो रूम वाली ट्रेनों में वेटिंग टिकट की उम्मीद भी करता है तो उसे टिकट नहीं मिल सकता। ट्रेनों में लंबी वेटिंग और नो रूम के चलते यात्रियों को स्लीपर कोच में जनरल कोच की तरह भीड़ का सामना करना पडेगा। खड़े हो कर यात्रा करनी पड़ सकती है। अगर ट्रेनों में रिजर्वेशन की स्थिति की बात करें तो मुम्बई मेल में आज और कल यानि 17 अक्टूबर को नो रूम है। वहीं 18 को भी नो रूम की स्थिति बनती दिख रही है। इसके अलावा पुरूषोत्तम एक्सप्रेस मंे आज से 18 अक्टूबर तक सीट नाॅट एवलेबल है। संघमित्रा एक्सप्रेस में आज से लेकर 18 अक्टूबा तक नो रूम है। ब्रह्मपुत्र एक्सप्रेस में भी 18 अक्टूबर तक नो रूम है। नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस में भी 17 और 18 अक्टूबर को नो रूम है। वहीं महाबोधि एक्सप्रेस में भी 18 तक नो रूम और शिवगंगा एक्सपे्रस में भी आज से 18 अक्टूबर तक नो रूम है। यानि इन ट्रेनों में अब चाह कर भी वेटिंग में भी कोई रिजर्वेशन नहीं खुलवा सकता।
विशेष परिस्थितियों में खुलवाया जा सकता है नो रूम, मिल सकता है कन्फर्म टिकट ट्रेनों में नो रूम होने के बाद रिजर्वेशन की संभावना खत्म हो जाती है। ऐसी स्थिति में यात्री के पास तत्काल टिकट करवाना ही एक मात्र जरिया माना जाता है। हालांकि एक नियम है जिसके तहत संकटग्रस्त यात्री नो रूम के बावजूद ट्रेन का टिकट सकता है। कई यात्री ऐसे भी होते हैं जो गंभीर बीमारी से पीड़ित होते हैं या कुछ ऐसी इमर्जेंसी ड्यूटी होती है। जिसके कारण उनका जाना अनिवार्य होता है। ऐसे लोगों के लिए रेलवे ने खास नियम बनाए हैं। जिसका पालन कर टिकट पाया जा सकता है। इसके लिए यात्री को कामर्शियल विभाग के वरिष्ठ अधिकारी को लिखित प्रार्थना पत्र दे कर अपनी मजबूरियों से परिचित कराना होगा। इसके बाद कामर्शियल अधिकारी के निर्देश पर ट्रेन के नो रूम को कुछ पल के लिए खोला जाएगा। उसी बीच यात्री का रिजर्वेशन होगा, जो कि वेटिंग टिकट होगा। वेटिंग टिकट को कन्फर्म कराने के लिए यात्री को इमर्जेंसी कोटा लगाना होगा। इसके बाद यात्री को कन्फर्म टिकट मिल सकता है।
by Arun Ranjan