scriptमाघ मेले के दूसरे स्नान पर्व पौष पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी, संकल्प लेकर करेंगे एक माह तक पूजा-पाठ | Paush Purnima, the second hindu festival of Magh Mela 2022 | Patrika News

माघ मेले के दूसरे स्नान पर्व पौष पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी, संकल्प लेकर करेंगे एक माह तक पूजा-पाठ

locationप्रयागराजPublished: Jan 17, 2022 10:25:37 am

Submitted by:

Sumit Yadav

कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए भक्त आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। दूर-दराज से आने वाले श्रद्धालुओं का कोविड जांच रिपोर्ट देखने के बाद ही मेला क्षेत्र में प्रवेश मिल रहा है। पौष पूर्णिमा स्नान के साथ ही संत, महत्मा और कल्पवासी संकल्प लेकर एक माह तक जप, तप और पूजा पाठ शुरू करेंगे। पौष पूर्णिमा से ही माघ मेले में पूरी तरह से कल्पवासियों का बसेरा हो जाता है।

माघ मेले के दूसरे स्नान पर्व पौष पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी, संकल्प लेकर करेंगे एक माह तक पूजा-पाठ

माघ मेले के दूसरे स्नान पर्व पौष पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी, संकल्प लेकर करेंगे एक माह तक पूजा-पाठ

प्रयागराज: माघ मेले के दूसरे सबसे प्रमुख स्नान पर्व पौष पूर्णिमा पर आस्था की डुबकी लगाने श्रद्धलुओं का हुजूम उमड़ पड़ा है। सुबह भोर से ही संगमनगरी में श्रद्धालुओं का आगमन शुरू हो गया है। कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए भक्त आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। दूर-दराज से आने वाले श्रद्धालुओं का कोविड जांच रिपोर्ट देखने के बाद ही मेला क्षेत्र में प्रवेश मिल रहा है। पौष पूर्णिमा स्नान के साथ ही संत, महत्मा और कल्पवासी संकल्प लेकर एक माह तक जप, तप और पूजा पाठ शुरू करेंगे। पौष पूर्णिमा से ही माघ मेले में पूरी तरह से कल्पवासियों का बसेरा हो जाता है।
श्रद्धालुओं का उमड़ा जन सैलाब

दूसरे स्नान पर्व पौष पूर्णिमा पर स्नान करने के लिए श्रद्धालुओं का जन सैलाब उमड़ पड़ा है। भक्त सुबह से ही संगम के घाटों पर आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। रेलवे और बस स्टेशन से आने वाले भक्त माघ मेले में प्रवेश से पहले कोरोना गाइडलाइन का पालन करते नजर आ रहे हैं। संगम घाट पर स्नानार्थी भक्ति भाव के साथ ही आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। मां गंगे में आस्था की डुबकी लगाने के बाद संकल्प लेकर शिविर में प्रवेश कर रहे हैं।
यह भी पढ़ें

प्रयागराज वेणी माधव मंदिर का विवाद: जाने क्यों महानिर्वाणी अखाड़ा ने मठ पर किया अपना दावा

माघ मेला में आज से शुरू होगा जप और तप

माघ मेले के दूसरे महत्वपूर्ण स्नान पर्व पौष पूर्णिमा पर आस्था की डुबकी लगाने के बाद भक्त संगम की रेती पर रहना शुरू कर देंगे। स्नान करने के बाद गंगा मइया से कल्पवास का संकल्प लेकर शिविरों में नियमित पूजा अर्चना करेंगे। कल्पवासी नियमित एक समय स्वल्पाहार लेंगे और जप-तप में लीन रहेंगे। अब पूरे एक माह तक माघ मेले तक संत, महत्मा और कल्पवासी सेवाभाव से परंपरा का निर्वहन करेंगे।
यह भी पढ़ें

बाहुबली अतीक अहमद की पत्नी का इन दिग्गज नेताओं से है आमने- सामने की लड़ाई, जाने कौन है किसपर कितना भारी

कोरोना नियमों का पालन कराती दिखी पुलिस

माघ मेले के दूसरे सबसे प्रमुख स्नान पर्व पौष पूर्णिमा पर भारी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिली। मेला क्षेत्र में बिना मास्क लगाने वाले श्रद्धालुओं को रोको टोको अभियान के तहत मास्क लगाने के लिए हिदायद दी जा रही है। इसके साथ ही सुरक्षा में लगी पुलिस लाउडस्पीकर के माध्यम से दूर-दराज से आने वाले श्रद्धालुओं को कोरोना नियमों का पालन करते नजर आ रहे हैं।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो