गौरतलब है कि देश भर में 21 दिन लॉकडाउन है । ऐसे में लोगों को घरों से न निकलने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोगों से अपील कर रहे हैं। लेकिन दूसरे शहरों में रहकर रोजी रोटी कमाने वाले कामगार मजदूर शहर से पलायन करने को मजबूर हो गए हैं। लॉक डाउन के चलते फैक्ट्रियां कंपनियां और स्वरोजगार करने वाले लोग बुरी तरह से बंदी की चपेट में है। ऐसे में शहरों में रह कर जीवन यापन करना गरीब तबके के परिवार के लिए बेहद मुश्किल है। जिसके लिए ये परिवार अपने गांव को पलायन कर रहा है।
प्रयागराज में परिवहन विभाग के अधिकारियों और पुलिस प्रशासन के अधिकारियों ने दूरदराज से आए लोगों को उनके शहरों तक भेजने के लिए बस सेवा शुरू की। जिसमें अलग.अलग शहरों के लिए प्रयागराज से बस रवाना की गई। इन लोगों में सबसे ज्यादा संख्या पूर्वांचल के अलग.अलग जिलों की रही । वही प्रयागराज के स्थानीय लोगों को जो जिले के अलग.अलग हिस्सों से हैं। उन्हें शहर के केपी कम्युनिटी सेंटर में रोका गया है। जहां उनका मेडिकल चेकअप कराया जा रहा है जिसके बाद उन्हें वहां से अपने घरों को जाने की अनुमति दी जा रही है।