2014 का लोकसभा चुनाव मोदी लहर पर सवार होकर आया था। इस चुनाव में फूलपुर से वर्तमान यूपी डिप्टी सीएम केशव मौर्य प्रत्याशी थे। उन्होंने रिकॉर्ड तीन लाख से अधिक वोटों से जीत हासिल की थी। अकेले उन्होंने पांच लाख से अधिक वोट पाए थे, जबकि सपा और बसपा मिलकर भी इस आंकड़े के आसपास नहीं पहुंच सकी थी। इस बार दोनों पार्टियों ने बीजेपी को हराने के लिये हाथ मिला लिया, तो बीजेपी की मुश्किलें बढ़ गयीं। सपा ने पटेल बाहुल इस सीट पर नागेन्द्र सिंह पटेल को टिकट दिया तो बीजेपी ने भी पटेल प्रत्याशी पर ही दांव खेलते हुए वाराणसी के मेयर रहे कौशलेन्द्र सिंह पटेल को मैदान में उतार दिया। हालांकि बीजेपी को तब राहत हुई जब देवरिया जेल में बंद बाहुबली अतीक अहमद ने निर्दलीय पर्चा दाखिलकर सबको चौंका दिया। राजनीतिक पंडित भी यही मानकर चल रहे हैं कि अतीक जितना अच्छा लड़ेंगे उतना सपा-बसपा गठबंधन को नुकसान होगा।
यह माना जा रहा था कि भले ही पटेल वोट बंट जाएं, पर बाहुबली अतीक अहमद मुस्लिम वोट काट ले जाते हैं तो इसका सीधा फायदा बीजेपी को मिलेगा। इसके अलावा एक बात यह भी मानी जाती है कि वोटिंग प्रतिशत बढ़ता है तो बीजेपी के जीतने के चांस बढ़ जाते हैं। 2017 के विधानसभा चुनावों के बाद इस बार भी अधिक वोटिंग का अंदाजा लगाया जा रहा था। इसके लिये तैयारी भी की गयी थी। पर मतदान के दिन नजारा ही बदल गया। जिन इलाकों को बीजेपी का गढ़ माना जाता है वहां वोटर कम निकले। मुस्लिम इलाकों में वोटिंग ट्रेंड वैसा ही रहा जैसा विधानसभा चुनाव में था। यहां कतारें लगी रहीं। शहरी इलाका बीजेपी का गढ़ माना जाता है, पर इसी क्षेत्र में कम वोटिंग हुई, जबकि उसकी अपेक्षा ग्रामीण इलाकों में वोटिंग कम हुई।
उपचुनाव में नहीं दिखा वोटरों का उत्साह
फूलपुर में रविवार को सुबह सात बजे जब मतदान शुरू हुआ तो रफ्तार काफी धीमी रही। सात बजे से लेकर नौ बजे तक महज 4.8 प्रतिशत ही वोटिंग हुई। इसके बाद रफ्तार कुछ बढ़ी तो नौ बजे से लेकर 11 बजे तक वोटिंग 12 फीसद तक ही पहुंच सकी, जो कम ही थी। 11 बजे से एक बज के बीच भी मतदान प्रतिशत की रफ्तार संतोषजनक नहीं रही। इस दरम्यान मतदान 19.2 प्रतिशत तक ही पहुंचा। दिन भर इसी रफ्तार से वोटिंग होती रही। दोपहर एक बजे से तीन बजे के बीच मतदान प्रतिशत 26.6 प्रतिशत रहा तो तीन से पांच बजे तक मतदान समाप्त होने तक वोटिंग 38 प्रतिशत ही रहा।
फूलपुर में रविवार को सुबह सात बजे जब मतदान शुरू हुआ तो रफ्तार काफी धीमी रही। सात बजे से लेकर नौ बजे तक महज 4.8 प्रतिशत ही वोटिंग हुई। इसके बाद रफ्तार कुछ बढ़ी तो नौ बजे से लेकर 11 बजे तक वोटिंग 12 फीसद तक ही पहुंच सकी, जो कम ही थी। 11 बजे से एक बज के बीच भी मतदान प्रतिशत की रफ्तार संतोषजनक नहीं रही। इस दरम्यान मतदान 19.2 प्रतिशत तक ही पहुंचा। दिन भर इसी रफ्तार से वोटिंग होती रही। दोपहर एक बजे से तीन बजे के बीच मतदान प्रतिशत 26.6 प्रतिशत रहा तो तीन से पांच बजे तक मतदान समाप्त होने तक वोटिंग 38 प्रतिशत ही रहा।
मतदान के आंकड़े
7 बजे से लेकर 9 बजे तक 4.8 प्रतिशत मतदान हुआ
फाफामऊ विधानसभा 6.5
सोरांव विधानसभा 6.0
फूलपुर विधानसभा 5.5
शहर पश्चिमी विधानसभा 4.5
शहर उत्तरी विधानसभा 1.5
9 से 11 बजे तक 12 प्रतिशत मतदान
फाफामऊ विधानसभा 15.0
सोरांव विधानसभा 12.0
फूलपुर विधानसभा 16.4
शहर पश्चिमी विधानसभा 4.0
शहर उत्तरी विधानसभा 5.0
7 बजे से लेकर 9 बजे तक 4.8 प्रतिशत मतदान हुआ
फाफामऊ विधानसभा 6.5
सोरांव विधानसभा 6.0
फूलपुर विधानसभा 5.5
शहर पश्चिमी विधानसभा 4.5
शहर उत्तरी विधानसभा 1.5
9 से 11 बजे तक 12 प्रतिशत मतदान
फाफामऊ विधानसभा 15.0
सोरांव विधानसभा 12.0
फूलपुर विधानसभा 16.4
शहर पश्चिमी विधानसभा 4.0
शहर उत्तरी विधानसभा 5.0
11 से 1 बजे तक 19.2 प्रतिशत वोटिंग
फाफामऊ विधानसभा. 22.
सोरांव विधानसभा . 19.8
फूलपुर विधानसभा. 25.3
शहर उत्तरी विधानसभा.10.00
शहर पश्चिमी विधानसभा. 19.0 1 से 3 बजे तक 26.6 प्रतिशत वोटिंग ।
फाफामऊ विधानसभा. 31
सोरांव विधानसभा . 27
फूलपुर विधानसभा. 33.4
शहर उत्तरी विधानसभा. 15.4
शहर पश्चिमी विधानसभा. 25.4
3 से 5 फूलपुर उप चुनाव की फाइनल वोटिंग 38%
फाफामऊ विधानसभा- 43%
सोरांव विधानसभा – 45%
फूलपुर विधानसभा- 46.32%
शहर उत्तरी विधानसभा- 21.65%
शहर पश्चिमी विधानसभा- 31%
फाफामऊ विधानसभा- 43%
सोरांव विधानसभा – 45%
फूलपुर विधानसभा- 46.32%
शहर उत्तरी विधानसभा- 21.65%
शहर पश्चिमी विधानसभा- 31%