आबूरोड : पंचायत सहायकों की चयन प्रक्रिया, पीईईओ असमजंस में
प्रयागराजPublished: Feb 09, 2017 11:05:00 am
राज्य सरकार ने पंचायत क्षेत्र में पंचायत सहायक की भर्ती प्रक्रिया में सरकार से मिले अस्पष्ट दिशा-निर्देशों ने पदेन पंचायत प्रारम्भिक शिक्षा अधिकारी (पीईईओ) के लिए असमंजस की स्थिति पैदा कर दी है।
आबूरोड : पंचायत सहायकों की चयन प्रक्रिया, पीईईओ असमजंस में
राज्य सरकार ने पंचायत क्षेत्र में पंचायत सहायक की भर्ती प्रक्रिया में सरकार से मिले अस्पष्ट दिशा-निर्देशों ने पदेन पंचायत प्रारम्भिक शिक्षा अधिकारी (पीईईओ) के लिए असमंजस की स्थिति पैदा कर दी है। जहां एक तरफ विद्यार्थी मित्रों को प्राथमिकता देने के कयास लगाए जा रहे हैं, वहीं विद्यार्थी मित्रों के समायोजन को लेकर कोई स्पष्ट निर्देश नहीं होने से पीईईओ असमंजस की स्थिति में आ गए हैं। राज्य सरकार की ओर से जिले में प्रत्येक ग्राम पंचायत पर अधिकतम तीन पंचायत सहायकों के पद स्वीकृत किए गए हैं। राजस्थान शिक्षक संघ (प्रगतिशील) के प्रदेश महामंत्री वरुण गौतम ने बताया कि पंचायत सहायकों के पद पर जिन अभ्यर्थियों को इस पद पर चयनित किया जाना है, उसमें ‘विद्यार्थी मित्रÓ शब्द का उल्लेख ही नहीं है, जबकि राज्य सरकार की मुख्य मंशा विद्यार्थी मित्रों को समायोजित उद्देश्य से यह चयन प्रक्रिया प्रारम्भ करने की थी, लेकिन उक्त शब्द का उल्लेख नहीं होने से प्रेरक, बेरोजगार शिक्षक, निजी विद्यालयों के शिक्षक भी इसमें आवेदन करेंगे। जो दिशा निर्देश दिए गए हैं, उसमें योग्यता का निर्धारण नहीं किया गया है। चयनित अभ्यर्थियों की मेरिट में अंकों का विभाजन दिशा-निर्देशों में नहीं किया गया है। इससे पीईईओ के सामने यह समस्या उत्पन्न हो रही है कि वे अंकों के आधार पर मेरिट किस प्रकार तैयार करें।
पीईईओ के समक्ष है समस्याएं
भर्ती को लेकर जिला मुख्यालय पर हुई बैठक के बाद भी विद्यार्थी मित्रों के समायोजन की स्थिति कुछ स्पष्ट नहीं हो रही है। प्रदेश महामंत्री ने बताया कि संस्था प्रधान एवं पीईईओ के पास मुख्य समस्या यह है कि वे किन अभ्यर्थियों से शाला सहायक के पद पर आवेदन पत्र स्वीकार करें। दिशा-निर्देश में इस सम्बंध में किसी तरह का कोई खुलासा नहीं किया गया है। पीईईओ को प्रत्येक पंचायत स्तर पर तीन अभ्यर्थियों का पंचायत सहायक के पद पर चयन कर उनके नाम ब्लॉक शिक्षा अधिकारी को भेजने के निर्देश दिए गए हैं। एसडीएमसी के माध्यम से उन पर राजनैतिक हस्तक्षेप हो सकता है, ऐसे में यदि कोई गलत चयन हो गया, तो पीईईओ को न्यायालय के चक्कर भी लगाने पड़ सकते हैं। इससे वे संकट की स्थिति में है।
कार्यकारी समिति करेगी चयन
पंचायत सहायक का चयन पीईईओ से सम्बद्ध विद्यालय की विद्यालय विकास एवं प्रबंधन समिति (एसडीएमसी) की कार्यकारी समिति करेगी। ब्लॉक की 32 पंचायतों में अधिकतम तीन पंचायत सहायक पद के हिसाब से 96 पंचायत सहायक लगाए जाएंगे। पंचायत सहायक को 6 हजार रुपए प्रतिमाह मानदेय पर पूर्णतया अस्थाई आधार पर एक वर्ष के लिए नियुक्ति दी जानी है। ये पंचायत सहायक ग्राम पंचायत की ग्राम पंचायत विकास योजना (जीपीजीडीपी) से सम्बंधित कार्य करेंगे। पदेन पंचायत प्रारम्भिक शिक्षा अधिकारी की ओर से किए जाने वाले कार्यों में सहयोग करेंगे। सरपंच के दिशा-निर्देशों एवं नियंत्रण में उन्हें आवंटित किए जाने वाले सभी कार्य करेंगे।
इन्होंने बताया …
पंचायत सहायक की चयन प्रक्रिया को लेकर स्पष्ट दिशा-निर्देश नहीं होने से संस्था प्रधानों में असमंजस की स्थिति पैदा हो रही है। आवेदन की अंतिम तिथि भी नजदीक आ रही है। विद्यार्थी मित्रों के समायोजन को लेकर भी आवश्यक दिशा-निर्देश नहीं दिए गए हैं।
– वरुण गौतम, प्रदेश महामंत्री, राजस्था शिक्षक संघ (प्रगतिशील)