केंद्र में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनते ही पहले नोटबंदी और फिर जीएसटी ने छोटे से लेकर बड़े व्यापारियों, आम लोगों तक की कमर तोड़ कर रख दी। ऐसे मंे व्यापारियों ने पटाखों को सियासी रंग देकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ पर हमला बोलने का प्रयास किया है। साथ ही समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का सितारा गर्दिश में दिखाने का प्रयास किया है। संगम नगरी इलाहाबाद में पटाखों से सजा बाजार पूरी तरह सियासी रंग में रंगा है।
बाजार में मोदी, योगी, अखिलेश, राहुल पटाखों की धूम है। इसके अलावा जीएसटी नाग और नोटबंदी फुसफुस पटाखें की भी जबरदस्त डिमांड है। शहर के एग्लो बंगाली स्कूल में लगे सियासी पटाखे देख लोग चर्चा करने से नहीं चूक रहे। हालांकि व्यापारी तो इन पटाखों को लेकर चुप हैं लेकिन यहां आने वाले ग्राहक बेबाक अपनी बात रख रहे हैं। ग्राहक ओपेंद्र यादव ने योगी और अखिलेश पटाखों के बारे में कहा कि “योगी चेतावनी चटाई” पटाखे के माध्यम से योगी सरकार को चेतावनी देने का प्रयास किया गया है।
साथ ही कहा कि योगी सरकार की विफल नीतियों के कारण वर्तमान में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव सियासी मैदान में काफी मजबूत स्थिति में हैं। ऐसे मंे योगी चटाई पर “अखिलेश बम” आने वाले सियासत मैदान में बड़ा धमाका करेगा। वहीं ग्राहक सुनील कुमार ने मोदी राॅकेट और राहुल अनार के बारे में कहा कि केंद्र सरकार ने जिस तरह से काले धन की बात कह नोटबंदी की। काला धन केवल जुमला साबित हुआ। जीएसटी लागू होने से देश की अर्थव्यवस्था धड़ाम से नीचे गिरी। इसके लिए काले धन को फुस फुस बम और जीएसटी को काला नाग पटाखा नाम रखा है।
केंद्र सरकार की इस खराब नीतियों का भुगतान उसे आने वाले लोकसभा चुनाव में देखने को मिलेगा। आने वाले लोकसभा चुनाव में हवा में उड़ रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी धड़ाम से नीचे गिरेंगे। जबकि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल के सितारे बुलंद होंगे। इसी स्थिति के आधार पर प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी के नाम पर धड़ाम से गिरे “मोदी राॅकेट” और ”राहुल का चमकता सितारा अनार“ पटाखा रखा गया है।