गौरतलब है कि मंगलवार की रात प्रयागराज में शाहगंज की शेख अब्दुल्ला मस्जिद और मुसाफिर खाने में 37 लोग ठहरे मिले थे। इनमें से नौ लोग ऐसे मिले थे जो कि निजामुद्दीन में तब्लीगी मरकज में भी शामिल हुए थे। इसमें से सात लोग इंडोनेशिया के नागरिक हैंए जबकि एक केरल और एक पश्चिम बंगाल का रहने वाला है। फिलहाल सभी को जार्जटाउन स्थित कमला भवन में क्वारंटाइन कर दिया गया है। प्रशासन को सूचना दिए बगैर के निजामुद्दीन में तब्लीगी मरकज में शामिल विदेशी और अन्य लोगों को मस्जिद में रखने के आरोप में मस्जिद के मुतवल्ली और जमात में शामिल नौ लोगों खिलाफ शाहगंज थाने में गम्भीर धाराओं में एफआईआर दर्ज करा दी गई है।
घटना के बाद पुलिस और प्रशासन ने एहतियातन अन्य धार्मिक स्थलों, धर्मशालाओं और होटलों की भी चेकिंग शुरु कर दी है। शाहगंज की शेख अब्दुल्ला मस्जिद और मुसाफिर खाने में ठहरे लोग 11 व 12 मार्च को दिल्ली में हुई तब्लीगी मरकज में शामिल होने के बाद 22 मार्च को प्रयागराज पहुंचे थे और मस्जिद में ठहरे थे। लेकिन मस्जिद के मुतवल्ली ने पुलिस और प्रशासन को इसकी जानकारी नहीं दी थी। हांलाकि दो बार पहले भी पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मस्जिम में ठहरे लोगों के बारे में पूछताछ करने पहुंचे थे। लेकिन उस वक्त मस्जिद के मुतवल्ली ने झूठ बोल दिया था और किसी भी बाहरी ब्यक्ति के ठहरे न होने की बात कही थी। लेकिन मंगलवार शाम प्रशासन की सख्ती के बाद कहीं जाकर पूरा मामले का खुलासा हुआ। जिसके बाद से ही पूरे इलाके को सेनेटाइज कराये जाने की कवायद शुरु कर दी गई है।