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यूपी में तब्लीगी मरकज में शामिल लोगों के मिलने के बाद प्रशासन अलर्ट ,  कार्रवाई से हड़कंप

locationप्रयागराजPublished: Apr 01, 2020 04:26:57 pm

– पूरे इलाके को किया गया सेनेटाइजेशन

Prayagraj administration alert due to corona virus in Prayagraj

यूपी में तब्लीगी मरकज में शामिल लोगों के मिलने के बाद प्रशासन अलर्ट ,  कार्रवाई से हड़कंप

प्रयागराज | दिल्ली के निजामुद्दीन में तब्लीगी मरकज में शामिल लोगों के मिलने के बाद नगर निगम द्वारा सेनेटाइजेशन का काम और तेज कर दिया गया है। शहर की जिस मस्जिद और मुसाफिर खाने में दिल्ली के निजामुद्दीन में तब्लीगी मरकज में शामिल लोग मिले हैं, प्रशासन ने उसे भी सेनेटाइज करने का काम शुरु कर दिया है। नगर निगम की टीम आज शेख अब्दुला मस्जिद और मुसाफिर खाने पहुंची। यहां पर मौजूद लोगों को नगर निगम के अधिकारियों ने पहले मौके से हटाया और उसके बाद मशीन के जरिए पूरे इलाके को सेनेटाइज करने का काम शुरु कर दिया गया है। जिससे कोरोना का संक्रमण फैलने की कोई गुंजाइश ही न रहे। इसके साथ ही मस्जिद के बंद होने के बावजूद नगर निगम के कर्मचारी जितनी अंदर तक पहुंच सकते हैंए केमिकल का छिड़काव कर रहे हैं।

गौरतलब है कि मंगलवार की रात प्रयागराज में शाहगंज की शेख अब्दुल्ला मस्जिद और मुसाफिर खाने में 37 लोग ठहरे मिले थे। इनमें से नौ लोग ऐसे मिले थे जो कि निजामुद्दीन में तब्लीगी मरकज में भी शामिल हुए थे। इसमें से सात लोग इंडोनेशिया के नागरिक हैंए जबकि एक केरल और एक पश्चिम बंगाल का रहने वाला है। फिलहाल सभी को जार्जटाउन स्थित कमला भवन में क्वारंटाइन कर दिया गया है। प्रशासन को सूचना दिए बगैर के निजामुद्दीन में तब्लीगी मरकज में शामिल विदेशी और अन्य लोगों को मस्जिद में रखने के आरोप में मस्जिद के मुतवल्ली और जमात में शामिल नौ लोगों खिलाफ शाहगंज थाने में गम्भीर धाराओं में एफआईआर दर्ज करा दी गई है।


घटना के बाद पुलिस और प्रशासन ने एहतियातन अन्य धार्मिक स्थलों, धर्मशालाओं और होटलों की भी चेकिंग शुरु कर दी है। शाहगंज की शेख अब्दुल्ला मस्जिद और मुसाफिर खाने में ठहरे लोग 11 व 12 मार्च को दिल्ली में हुई तब्लीगी मरकज में शामिल होने के बाद 22 मार्च को प्रयागराज पहुंचे थे और मस्जिद में ठहरे थे। लेकिन मस्जिद के मुतवल्ली ने पुलिस और प्रशासन को इसकी जानकारी नहीं दी थी। हांलाकि दो बार पहले भी पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मस्जिम में ठहरे लोगों के बारे में पूछताछ करने पहुंचे थे। लेकिन उस वक्त मस्जिद के मुतवल्ली ने झूठ बोल दिया था और किसी भी बाहरी ब्यक्ति के ठहरे न होने की बात कही थी। लेकिन मंगलवार शाम प्रशासन की सख्ती के बाद कहीं जाकर पूरा मामले का खुलासा हुआ। जिसके बाद से ही पूरे इलाके को सेनेटाइज कराये जाने की कवायद शुरु कर दी गई है।

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