12 सेक्टर, 28 नाव, हजारों की संख्या में सेक्योरिटी फोर्स
प्रयागराज के जिला मजिस्ट्रेट संजय कुमार खत्री ने कहा कि पिछले वर्षो की तुलना में इस वर्ष बहुत बड़े उत्सव की योजना बनाई गई है और इस आयोजन के लिए एक अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (प्रशासन) को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। उन्होंने कहा कि शहर के सभी क्षेत्रों के लोगों के साथ-साथ शहर की प्रमुख हस्तियां भी शामिल होंगी। हालांकि, आयोजन के दौरान कोविड -19 प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जाएगा।
हालांकि कार्यक्रम से जुड़े अन्य लोगों की मानें तो इस बार देव दिवाली में पूरे संगम क्षेत्र को लगभग 12 सेक्टर में बांटने का प्लान है। वहीं लोगों को व्यवस्थित तरीके से संगम में दीप दान कर सकें इसके लिए अलग से अधिकृत 28 नाव को पहले से ही तैयार कराया जा रहा है। जबकि इन सबके बीच सुरक्षा को लेकर भी हजारों की संख्या में सिविल ड्रेस कर्मी मौजूद रहेंगे। लेकिन फ़ाइनल प्लान या व्यवस्था अभी तक इसे फ़ाइनल नहीं किया गया है।
वाराणसी की देव दिवाली का बेहतर स्वरूप होगा प्रयागराज में
जिलाधिकारी ने कहा, “इस आयोजन की भव्यता को बढ़ाने के लिए, पूरे संगम क्षेत्र को सेक्टरों में विभाजित किया जाएगा और विभिन्न सरकारी विभागों के अधिकारियों को आवंटित किया जाएगा और उसी के अनुसार काम सौंपा जाएगा।” आयोजन के दौरान गंगा आरती मंच के दोनों किनारों पर विशेष सजावट की जाएगी और आगंतुक नाव की सुविधा के माध्यम से भी कार्यक्रम का आनंद ले सकेंगे।
जिला प्रशासन के अधिकारी प्रयागराज नाविक संघ के पदाधिकारियों के साथ समन्वय कर रहे हैं ताकि आगंतुकों को उचित मूल्य टिकट देकर नावों के माध्यम से शानदार आनंद लेने के लिए सुविधा प्रदान की जा सके। इस अवसर पर शहर के साथ-साथ देश के जाने-माने कलाकारों को परफॉर्म करने के लिए आमंत्रित किया जा रहा है।
अधिकारी इस आयोजन के पास विशेष रेत कलाकृति को अंजाम देने की भी योजना बना रहे हैं और शहर के सभी प्रमुख चौराहों को भी रोशन किया जाएगा। अभी तक यह उत्सव वाराणसी तक ही सीमित था।