एनएसजी कमांडो की निगहबानी में रहेगी सुरक्षा
एमएनआईटी में दीक्षांत समारोह 15 दिसंबर हो न है जिसमे महामहिम तीन बजे कैम्पस में आयेंगे। समारोह का आयोजन दो चरणों में होगा। एमएनआईटी डायरेक्टर प्रोफेसर राजीव त्रिपाठी के मुताबिक महामहिम राष्ट्रपति का समय कैंपस में 1 घंटे के लिए सुनिश्चित किया गया है। जिसमें समारोह की औपचारिक शुरुआत के साथ ही एमएनआईटी के सभी सेंटरों के टॉपर्स और अलवर टॉपर्स को महामहिम के हाथों मेडल देंगे।महामहीम के जाने के उपरांत दोबारा सभी छात्र-छात्राओं को डिग्री मेडल और उपाधि प्रदान किए जाएंग। ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्यों की राष्ट्रपति का समय एक घंटे ही तय है। इस दौरान एमएनआईटी कैंपस की सुरक्षा एनएसजी कमांडो के हाथों में होगी एनएसजी कमांडो समारोह स्थल का मुआयना जिला प्रशासन के साथ लगातार कर रहे हैं जिसके अंतिम दौर की बैठक आज देर रात होनी है।बता दे की राष्ट्रपति दो दिवसीय दौरे पर इलाहाबाद आयेंगे ।
एमपी हाल स्वागत के लिए तैयार
एमएनआईटी का 14 वां दीक्षांत समारोह एमएनआईटी कैंपस के राजीव गांधी बहुउद्देशीय सभागार एमपी हाल में संपन्न होगा।एमपी हाल में बतौर राष्ट्रपति दीक्षांत समारोह में तीसरी बार देश के महामहिम शिरकत करेंगे। इसके पहले 2005 में भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम।और 2012 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी भी एमपी हाल में आकर एमएनआईटी का दीक्षांत समारोह को संबोधित कर चुके हैं। और एक बार फिर एमएनआईटी का एमपी हाल देश राष्ट्रपति के स्वागत के लिए तैयार किया जा रहा है।जिसके लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जा रहे है।
इन पर नाज है एमएनआईटी को
एमएनआईटी देश में इंजीनियरिंग की सेवा के साथ सर्वोच्च प्रशासनिक सेवा में भी यहाँ के विद्यार्थी स्थापित हो कर देश और संसथान का मान बढा रहे है।एमएनआईटी के छात्रो को जहाँ देश और दुनिया में अच्छे और बड़े प्रोजेक्ट और संस्थान में स्थान मिल रहा तो वही यहाँ के छात्रो को देश के और दुनिया के बड़े पुरस्कार भी मिल रहे है।एमएनआईटी के दो पूर्व छात्रों को एशिया का सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार मैग्सेसे पुरस्कार मिल चुका है। जिसमें 2009 में उत्तराखंड के पिथौरागढ़ के दीप जोशी को कम्युनिटी लीडरशिप श्रेणी में कूलर कमेटी विकसित करने के लिए मैग्सेसे पुरस्कार दिया गया था। तो वहीं 2015 में संजीव चतुर्वेदी को उभरते नेतृत्व इमरजेंसी लीडरशिप श्रेणी में मैग्सेसे से नवाजा गया।
नव रत्न गेल और भेल कम्पनी की बाग़डोर एमएनआईटी के रत्नों के हाथ
मोतीलाल नेहरू प्रौद्योगिकी संस्थान देश और दुनिया में अपना मान रखता है।इंजीनियरिंग और प्रशासनिक सेवा में उच्च पदस्थ दुनिया भर में संस्थान का मान बढाने वाले छात्रो पर संस्थान गर्व करता है। वर्तमान में भारत की नवरत्न कंपनियों में से दो कम्पनियों के सीएमडी एमएनआईटी के छात्र है। गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया गेल सीएमडी बीसी त्रिपाठी जिन्होंने 1982 में यहां से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया था।तो वहीं भारत हैवी इलेक्ट्रिकल लिमिटेड भेल के सीएमडी अतुल सोबती भी यहीं से बीटेक के छात्र रहे हैं। प्रोफेसर त्रिपाठी के अनुसार संस्थान के लगभग 100 से ज्यादा पुरा छात्र ऐसे हैं जिन्होंने खुद देश और विदेश में अपनी कंपनी स्थापित कर हजारों लोगों को रोजगार दे रखा है।
इन्हें मिलेगा सम्मान
मोतीलाल नेहरू प्रौद्योगिकी संस्थान दीक्षांत समारोह में 655 डिग्री प्राप्तकर्ता ऐसे छात्र भी है जो विदेशो में कार्यरत है।और इस दीक्षांत समारोह में आने की स्वीकृति भेजी है। समारोह में कुल 1441 विद्यार्थियों को डिग्री और मेडल दिए जाएंगे।जिनमे देश-विदेश में कार्यरत पूर्व छात्रों को भी सम्मानित किया जाएगा। इनमे सबसे ज्यादा मेडल पियूष चन्द्र चतुर्वेदी को चार मेडल दिए जा रहे है। पियूष मकेनिकल इंजिनिरिंग विभाग से है। 875 बीटेक 337 एमटेक 90 एमसीए 38 एमबीए 16 एमएससी और 7 विद्यार्थियों को एमएसडब्ल्यू के साथ अलग-अलग विषयों में शोध कर रहे 78 विद्यार्थियों को पीएचडी की उपाधि दी जाएगी। इनमें स्नातकों के बीच 80 विदेशी विद्यार्थी डीएसए द्वारा 3 विदेश मंत्रालय द्वारा तथा 2 विद्यार्थी भारतीय संस्कृति संबंध परिषद द्वारा डिग्री प्राप्त करेंगे