वही छात्र संघ चुनाव के दक्षता भाषण को देखते हुये इलाहाबाद पुलिस ने इनाम घोषित 04 अपराधियों सुमित शुक्ला अभिषेक सिंह माइकल अभिषेक सिंह उर्फ सोनू व आकाश सिंह की गिरफ्तारी के लिये एस0टी0एफ0 से सम्पर्क किया गया। एस0टी0एफ0 की टीम तथा क्राइम ब्रांच की टीम को आज यूनियन हाल, सहित विश्वविद्यालय के छात्रावास हालैण्ड हाल ,ताराचन्द हास्टल,पीसीबी, जीएन झाँ, केपीयूसी, साइंस फैकल्टी और अलग अलग डेलिगेसियों में निगरानी करने का आदेश दिया साथ संदिग्ध स्थानों पर रात से डेरा जमाने का निर्देश दिया।
छात्रनेताओं को शरण देने वालो पर नजर
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार छारो छात्रनेताओं पर इनाम घोषित करने के बाद अब इनकी हिस्ट्रीशीट खोलने की प्रक्रिया तेज हो गई है। जिसके लिए इन सभी छात्रनेताओं के गृह जनपद के सम्बन्धित थानों से रिश्तेदारों और इनके शरण देने वालों की सूची मांगी गई है।बता दें की इन सही छात्रनेताओं पर कई गंभीर मामले दर्ज है। वही नामंकन के दिन गोलीबारी और बमबारी के बाद पुलिस हरकत में आई और कार्यवाही तेज़ कर दी है।
वही कप्तान ने निर्देश दिया है की छात्र संघ के चुनाव में लड़ रहे प्रत्याशियों की निगरानी की जा रही है, यदि इनके जुलूसों में विश्वविधालय से सम्बन्धित छात्र नहीं पाया गया तो इनके तथा प्रत्याशियों के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी ।साथ ही प्रचलित छात्र संघ चुनाव में वर्तमान या पूर्व छात्रनेता जो अपराधिक तत्वों को संरक्षण दे रहे हैं। उसके विरुद्ध 216 भा0द0वि0 के अन्तर्गत अभियोग पंजीकृत किया जाएगा। जिसमें वर्तमान और पूर्व छात्र नेताओं को चिन्हित किया जा चुका है।
चप्पे चप्पे पर एसटीएफ
वही दक्षता भाषण के दौरान ड्राॅन कैमरों से पूरे विश्वविधालय कैम्पस और सभी छात्रावासों विश्वविधालय रोड यूनिवर्सिटी रोड कटरा लक्ष्मी चैराहा बैंक रोड लल्ला चुंगी सहित अन्य महत्वपुर्ण स्थलों की निगरानी की जाएगी। यदि कहीं भी अवैध शस्त्र या विस्फोटक सामग्राी के साथ कोई व्यक्ति दिखाई देता है। तो तत्काल एस0टी0एफ0 एवं क्राइम ब्रांच की टीम उसकी गिरफ्तारी करेगी। और जिस छात्रनेता का वह समर्थक होगा उसके खिलाफ भी कार्यवाही की जाएगी।
क्या है दक्षता भाषण
विश्वविद्यालय के ऐतिहासिक परंपरा रही है, कि छात्रसंघ चुनाव में अध्यक्ष पद के प्रत्याशी के नामांकन के बाद छात्रसंघ भवन से अपना दक्षता भाषण देते हैं।जिसको विश्वविद्यालय प्रशासन आयोजित कराता है। इस भाषण में चुनाव के मुद्दे और विश्वविद्यालय के उत्थान के लिए अध्यक्ष पद का उम्मीदवार अपनी बात रखता है। कहा जाता है, कि लंबे समय से यह प्रथा रही है की दक्षता भाषण में ही अध्यक्ष का चुनाव कर लिया जाता है। जो उम्मीदवार जितनी अच्छी स्पीच देता है।जितना प्रभावशाली वक्ता होता है। उतना ही छात्रो का समर्थन मिलता है।