फूलपुर लोकसभा के उपचुनाव में दिन 5 नामों की उम्मीदवार के लिए चर्चा है।उनमें सबसे पहला नाम बसपा छोड़कर समाजवादी पार्टी में आए पूर्व कैबिनेट मंत्री इंद्रजीत सरोज के अलावा पूर्व सांसद बालकुमार पटेल पूर्व सांसद धर्मराज पटेल पूर्व बसपा के दिग्गज नेता आर के चौधरी के साथ ही भारतीय जनता पार्टी के अंदर से प्रत्याशी रइस चन्द्र शुक्ला का नाम शामिल है। पार्टी के विश्वस्त सूत्रों की माने तो पार्टी मुखिया ने सबसे पहला नाम इंद्रजीत सरोज का लिया है।उनके चुनाव न लड़ने पर अन्य नामों पर विचार किया जा सकता है।फूलपुर लोकसभा में पटेल जाति का वोट सबसे ज्यादा है।तो वही दूसरे नंबर पर दलित वोट बैंक को देखते हुए सपा अपने उम्मीदवार का नाम तय कर सकती है। लेकिन इन सबके बीच सबसे बड़ी चर्चा यह है कि भारतीय जनता पार्टी से रईस चंद्र शुक्ला बागी हुए तो सपा को बड़ा फायद होगा। रईस शुक्ला एमएलसी चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी थे।और वह समाजवादी पार्टी के वासुदेव यादव से बहुत कम अंतर से हारे थे।
बता दे कि रईस चंद शुक्ला श्यामाचरण गुप्त के बेहद करीबी माने जाते हैं। और एमएलसी का टिकट दिलाने में श्यामाचरण गुप्ता का बड़ा रोल रहा है। ऐसे में उनके खेमे का बड़ा नाम सपा में जाने की चर्चा तेज़ी से फ़ैल रही है।और आने वाले चुनाव में भाजपा के लिए खतरे की घंटी है। हालाकि अभी तक रईस शुक्ला ने अपने पत्ते नही खोले है। तो वही लंबे समय तक समाजवादी पार्टी में राजनीति करने के बाद श्यामाचरण गुप्ता भी2014 लोकसभा चुनाव में भाजपा का दामन थाम इलाहाबाद से सांसद हुए।और उसके बाद से लगातार अपने बेटे और पत्नी को टिकट ना मिलने से अपनी नाराजगी जाहिर करते रहे है।यहां तक की सीएम योगी के मंच पर भी उन्होंने अपनी नाराजगी व्यक्त की है। ऐसे में भाजपा नेता का नाम सामने आने से पार्टी को झटका लगता दिख रहा है।वही फूलपुर चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी में पांच प्रभारियों का नाम तय किया है।जिनमें से विधायक संग्राम सिंह यादव फाफामऊ विधानसभा का प्रभारी बनाया गया है। तो वह एमएलसी वासुदेव यादव को सोरांव विधानसभा एमएलसी रामवृक्ष सिंह यादव को फूलपुर और अब्दुल सलमान को इलाहाबाद उत्तरी व नसीब अहमद को इलाहाबाद पश्चिमी विधानसभा क्षेत्र का प्रभारी बना कर भेजा गया है।