कोर्ट ने कहा है कि याची साक्ष्य से छेड़छाड़ नही करेगा, गवाहों को नहीं धमकाएगा। तिथि पर कोर्ट में हाजिर होगा। भविष्य में अपराध नहीं दोहरायेगा। यदि वह शर्तो का उल्लंघन करता है तो कोर्ट को जमानत निरस्त करने की कार्यवाही की छूट होगी। याची का कहना है कि वह अप्रैल 2019 में चैनल से जुड़ा है। उसे झूठा फंसाया गया है। वह चैनल का मालिक या निदेशक नहीं है। उसका कोई आपराधिक इतिहास नहीं है। वह जमानत का दुरुपयोग नहीं करेगा और मुकदमे के परीक्षण में पूरा सहयोग देगा।
याची का यह भी तर्क था कि सह अभियुक्त न्यूज एंकर अंशुल कौशिक को जमानत पर रिहा किया जा चुका है। ऐसे में उसे भी जमानत पर रिहा किया जाये। न्यूज चैनल हेड इशिका सिंह को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। न्यूज चैनल परिसर सीज किया जा चुका है। मानहानि का मामले में अधीनस्थ अदालत पहले ही जमानत दे चुकी है। कोर्ट ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद याची को जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया है।
BY- Court Corrospondence