गौरतलब है कि मंगलवार को आयोग द्वारा आयोजित पीसीएस मेंस की परीक्षा के दूसरे दिन गलत पर्चा बट जाने को लेकर बवाल और हंगामे के बाद देर शाम धरने पर बैठी ऋचा सिंह को आगजनी और बवाल के मामले में पुलिस ने हिरासत में लिया था। जिन्हें बुधवार को जेल भेज दिया गया था जबकि अन्य सात लोगों को थाने से ही बेल देकर दिया था।
पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष को जिला कचहरी से जमानत मिलने पर समाजवादी छात्र सभा सहित समाजवादी पार्टी के नेताओं ने खुशी जाहिर की। ऋचा सिंह की बेल की सूचना पर सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता और उनके समर्थक नैनी जेल पहुंच गए। और देर शाम जेल से छूटने के बाद ऋचा शहर के बालसन चौराहे पर स्थित लोहिया प्रतिमा का माल्यार्पण कर समाजवाद के नारे को बुलंद किया।और कहा कि डरी हुई सरकार ने सलाखों के पीछे भेज कर अपनी ताकत दिखाई है।
ऋचा सिंह ने पत्रिका से बात की और कहा कि राजनीतिक दबाव में पुलिस ने जेल भेजने का काम किया।जेल भेज कर पुलिस ने समाजवाद की विचारधारा और मुझे मजबूत किया है। मैं सरकार के उस हर फैसले के विरोध के लिए सड़क पर उतरूंगी जिससे लोगों का हित जुड़ा है । सरकार और युवाओं के साथ अन्याय करने वाले लोग तैयार रहें आने वाले समय में सब का जवाब देना होगा।