बीते 16 मई, 2018 को अपने स्कूटी से कौशाम्बी से लौटते समय उनका एक्सीडेंट हो गया था। जिसमे निखिल गंभीर रुप से घायल हो गये। निखिल कौशाम्बी के मनौरी के विद्यालय में शिक्षक थे। सड़क दुर्घटना में घायल निखिल को गम्भीर हालत में एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन हालत में कोई सुधार न होने से उन्हें लखनऊ के लिए रेफर किया। वहां केजीएमयू में भर्ती कराया गया। जानकारी के मुताबिक दुर्घटना के बाद दो घण्टे तक निखिल घटना स्थल पर तड़पते रहे।
उनके पैर की नसें फट गयीं थी, जिससे कारण खून का रिसाव रुका नहीं। केजीएमयू में नस का आॅपरेशन होने के बाद भी खून का रिसना बंद नहीं हुआ। निखिल को मेंदांता अस्पताल ले जानी की तैयारी थी, लेकिन उसके पहले ही निखिल की मौत हो गई।
बता दें कि निखिल के पिता नागेन्द्र जायसवाल राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के काशी प्रान्त के सह सेवा प्रमुख और इलाहाबाद हाईकोर्ट में सहायक रजिस्ट्रार है। निखिल दो भाई और एक बहन थे। निखिल सबसे छोटे थे। निखिल संघ के प्रथम वर्ष प्रशिक्षण वर्ग के मुख्य शिक्षक के दायित्व का निर्वहन करने वाले थे। उनकी घायल होने की सूचना पर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य उन्हें देखने केजीएमयू अस्पताल गए थे।
निखिल के निधन की सूचना पर क्षेत्रीय बौद्धिक प्रमुख मिथलेश नारायन और संघ के सह प्रान्त प्रचारक मनोज कुमार सहित सैकड़ों पदाधिकारी और कार्यकर्ता सहित उनके जानने वाले शहर के रसूलाबाद घाट पहुंचे। उनका पार्थिव शरीर लखनऊ से इलाहाबाद देर शाम पहुंचा, जहां पर पार्थिव शरीर के दर्शन के लिए रखा गया।
विभाग शारीरिक प्रमुख निखिल के अंत्येष्टि में भाजपा के दिग्गज नेताओं का भी जमावड़ा लगा रहा। इस दौरान प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह कौशांबी के सांसद विनोद सोनकर पूर्व मंत्री नरेंद्र कुमार सिंह गौर विधायक हर्षवर्धन बाजपेई सहित दर्जनभर विधायक और सांसद मौजूद रहे।
By Prasoon Pandey