डॉक्टर ने अपनी तहरीर में आरोप लगाते हुए कहा कि अभिलाषा गुप्ता और नंद गोपाल नंदी के बुलाने पर रंग पोतने वाले आए थे। उनके घर को भगवा रंग से रंगने की कोशिश की तो उन्होंने मना कर दिया था। 12 जुलाई को फिर कुछ लोग पहुंचे और उनके घर को गेरुआ रंग से पोत दिया। विरोध करने पर उन्हें मारा-पीटा और उनकी पत्नी सुनीता श्रीवास्तव से भी बदसलूकी की। वहीं दूसरी ओर बहादुरगंज निवासी रविंद्र गुप्ता ने कमल कुमार केसरवानी उर्फ लाला और अज्ञात के खिलाफ कोतवाली मुकदमा दर्ज कराया है।
मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू
एफआईआर के मुताबिक 12 जुलाई की सुबह 4 बजे कमल कुमार केसरवानी उर्फ लाला अपने साथ 10-20 लोगों को लेकर उनके घर पर आया और उनके घर के सामने वाले हिस्से को भगवा रंग से रंगने लगा। जब उन्होंने विरोध किया तो गाली दी और धमकाने लगा। उनके घर पर पथराव भी किया। जब उनकी पत्नी बीच-बचाव करने आईं तो उन्हें भी धमकाया। आरोप लगाया कि लाला इससे पूर्व भी उन पर जानलेवा हमला कर चुका है। सीओ कोतवाली अमित श्रीवास्तव ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू हो गई है। इस मामले में जांच के बाद जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
कैबिनेट मंत्री को एफआईआर दर्ज होने की कोई जानकारी नहीं
कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी का कहना है कि उन्हें एफआईआर दर्ज होने की जानकारी नहीं है। अगर ऐसा है तो वह पता करेंगे कि एफआईआर में क्या है। कहा कि कुछ लोग द्वेषवश उनकी छवि को धूमिल करने के लिए इस मौके पर राजनीति कर रहे हैं। जहां तक भगवा रंग में पोताई कराने का आरोप है तो यह गलत है, क्योंकि रंग भगवा नहीं बल्कि चाकलेटी और पीला है, लाइट नीले रंग की है। इसका एकमात्र उद्देश्य मोहल्ले का सुंदरीकरण करना है। कुछ लोगों को यह सुंदरीकरण रास नहीं आ रहा है इसलिए वे दुष्प्रचार कर रहे हैं।