माघ मेले में बसंत पंचमी से धुनी तपस्या शुरू हो गई।
साधु संत उपले का घेरा बनाकर पूजा करते हैं और धुनी लगाकर अनुष्ठान करते हैं
त्यागी संत महात्माओं को धूना तपस्या बसंत पंचमी को मनाई जाती है। सुबह से धुना लगा रहता है
तपस्या के दौरान कोई भी संत महात्मा पानी नहीं पीते हैं।
Upendra Singh