राममंदिर पर भी सरकार को कोसा शंकराचार्य ने राममंदिर के मुद्दे पर कहा कि पीवी नरसिंहाराव के जमाने में ही राममंदिर का अध्यादेश आ गया था। उन्होंने राममंदिर के लिए 67 एकड़ जमीन अधिग्रहित कराया था। हालांकि, इसमें पौने दो एकड़ विवादित भूमि थी जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने साफ कर दिया था कि यहां मस्जिद निर्माण नहीं हुआ। इसके पक्षकार निर्माेही अखाड़ा व अयोध्या समिति बोर्ड था।
शंकराचार्य ने मोदी सरकार पर तंज करते हुए कहा कि मोदी सरकार ने ऐसा कोई काम नहीं किया जो जनता में विश्वास हासिल कर सके या जनता का हित शामिल रहा। मोदी सरकार पर सवाल खड़ा करते हुए कहा जनता जो कहती है वह नहीं करते। उन्होंने कहा कि नोटबंदी की मांग किसने की थी लेकिन इन्होंने नोटबंदी कर दिया। कहा मोदी सरकार ने गोमांस निर्यात रोकने का वादा किया था लेकिन आज की तारीख में गोमांस निर्यात बढ़ गया है।
कश्मीर में 370 क्यों शंकराचार्य ने जम्मू-कश्मीर में धारा 370 पर भी केंद्र सरकार को घेरा। कहा कि जनसंघ के श्यामा प्रसाद मुखर्जी हमेशा से कश्मीर को स्पेशल दर्जा दिए जाने के विरोधी रहे हैं। श्याम प्रसाद मुखर्जी इस बात को लेकर संघर्ष कर रहे थे जब कश्मीर भारत का अंग है तो दो प्रकार का कानून किस लिए बनाया। विरोध के दौरान ही शेख अब्दुल्ला ने उनको गिरफ्तार करा लिया और वहीं उनकी मौत हो गई थी। उन्होंने तंज कसा कि जब मोदी आए तो धारा 370 का समर्थन करने वालों के साथ समझौता कर लिया।