समाजवादी पार्टी आगामी चुनाव को देखते हुए पूरी रणनीति के साथ मैदान में उतरने को तैयार हैं। वहीं बसपा का साथ मिलने के बाद पार्टी में अलग ही उत्साह है। समाजवादी पार्टी संगठनात्मक तौर से बसपा के वोट बैंक को साधने में भी लगी है। जिले की कार्यकारिणी की घोषणा में बसपा के बागी नेता दूधनाथ पटेल को सचिव बनाने के बाद एक बार फिर सपा ने जातीय समीकरण को साधते हुए अनसुचित जाति के जीतलाल पासी को जिले में उपाध्यक्ष पद की कमान दी है। जीतलाल पासी बहुजन समाज पार्टी के जमीनी और मजबूत नेता माने जाते रहे है। बसपा में कई मंडल के कोऑर्डिनेटर रहते हुए जीतलाल ने पार्टी को बड़ी जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी, जीत लाल यादव बीते चुनाव में पूर्व मंत्री इंद्रजीत सरोज के साथ बसपा छोड़कर सपा में शामिल हुए थे ।
जीतलाल पासी ने मंडल में होने वाली बसपा प्रमुख की रैलियों में मुख्य संयोजक की भी भूमिका बखूबी निभाई थी। जीतलाल को जिले में उतार कर समाजवादी पार्टी बसपा के मजबूत वोट बैंक में सेंध लगाने में जुटी है। जीतलाल के साथ बसपा का बड़ा कुनबा जुड़ा है। जीतलाल ने पत्रिका से बात करते हुए बताया कि आने वाले समय में बड़े पैमाने पर उनके लोग सपा के मंच पर दिखेंगे और समाजवादी पार्टी के मुखिया को एक बार फिर सत्ता में स्थापित करेंगे। हालांकि बसपा को लेकर किये गये सवालों से बचते रहे और कहा अब सपा में हूँ ।
समाजवादी पार्टी की कार्यकारिणी और उनकी तैयार की जा रही जमीन को देख कर लगता है की सपा नेता यह मान कर चल रहे हैं कि अगर गठबंधन अगर न हुआ तब भी उनको पिछड़ों अतिपिछड़ों का साथ मिलता रहे । बसपा का साथ मिलने के बाद समाजवादी पार्टी ने फूलपुर लोकसभा सीट पर एक साथ आने के बाद जिस तरह सपा ने जीत दर्ज कर भारतीय जनता पार्टी को करारी मात दी है। ऐसे में बसपा के कैडर का वोट बैंक की मजबूती को बखूबी समाजवादी पार्टी समझ चुकी है।
जीतलाल पासी को जिला उपाध्यक्ष बनाए जाने के मौके पर पूर्व मंत्री इन्द्रजीत सरोज, सांसद नागेन्द्र सिंह पटेल, दूधनाथ पटेल, इन्द्रनाथ मिश्रा, विनय कुशवाहा, दान बहादुर मधुर, नाटे चौधरी, राकेश सिंह, सुशील कुमार, डॉ. अच्छे लाल यादव, शिव शंकर, पप्पू पासी, रीताराज, राजबहादुर, राज, मेराज आरिफ, वकार अहमद, आशुतोष त्रिपाठी, मौजूद रहे ।
BY- PRASOON PANDEY