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इलाहाबाद विश्वविद्यालय में रिचा सिंह का धरना 17 दिनों से चल रहा था। पुलिस ने बलपूर्वक रिचा सिंह को हिरासत में लिया है। रिचा सिंह को हिरासत मे लेने के बाद छात्र संघर्ष मोर्चा तहत सभी छात्र नेताओं की बैठक सुनिश्चित की जा रही है महिला छात्रावास सहित विश्वविद्यालय कैंपस के आसपास सुरक्षा बढ़ाई गई है समाजवादी पार्टी के नेताओं सहित छात्र नेताओं की भीड़ सिविल लाइंस महिला थाने में लगी रही।
इन मांगों को लेकर आंदोलन
छात्रावास में शौचालयों की स्थिति दुरुस्त कराई जाए। किसी भी छात्र और छात्रा की शिकायत पर तत्काल सुनवाई हो। छात्राओं . छात्रों के लिए एंबुलेंस उपलब्ध कराई जाएं। पुस्तकालय में पुस्तकों की अनुपलब्धता समाप्त हो। महिला छात्रावास में सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित हो । हर फ्लोर पर पीने के पानी की व्यवस्था हो । डिस्पेंसरी और महिला डॉक्टर की व्यवस्था हो और इसमें गुणवत्तापूर्ण भोजन व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। मेस में भोजन सस्ता किया जाए। प्रत्येक महिला छात्रावास में रात्रि में महिला केयरटेकर की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
रिचा सिंह को हिरासत में लिये जाने के बाद छात्र नेताओं में बेहद आक्रोश है । विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष संजय तिवारी ने कहा कि लोकतांत्रिक तरीके से विरोध करना हमारा अधिकार हैए जिसे तानाशाही प्रशासन के जरिए तोड़ा जा रहा है तो वहीं पूर्व छात्र नेता रघुनाथ द्विवेदी ने इसे विश्वविद्यालय के अधिकारियों द्वारा तानाशाही आदेश पर पुलिस प्रशासन की बर्बर कार्रवाई करार दिया।