फूलपुर लोकसभा का उपचुनाव जितना स्थानीय मुद्दों को लेकर सुर्खियों में है,उससे ज्यादा इसके आगामी मायने भी है।जहाँ उपचुनाव में जीत हार योगी सरकार का रिपोर्ट कार्ड होगा तो वही कांग्रेस सपा और बसपा सहित अन्य दलों के लिये यह सियासी समीकरण तय करेगा। यूपी उपचुनाव से पहले सूबे के सियासत में धुर विरोधी रहे सपा बसपा के साथ आने का असर भी साफ़ देखने को मिल रहा है सपा बसपा के साथ आने के बाद लगातार एक दिन में तीन जनसभाए भाजपा के समर्थन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कर रहे है। वही शुक्रवार को होनी वाली अखिलेश यादव की सभा और रोड शो से पहले फूलपुर लोकसभा संसदीय क्षेत्र में सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम बदायूं सांसद धर्मेंद्र यादव तूफानी दौरे पर है । तो वही दर्जन भर से ज्यादा पूर्व सांसद और विधायक गली- गली गाँव -गाँव पंहुच रहे है सपा नेता यह बताने में जुटे है की बसपा सुप्रीमो ने सपा को समर्थन दिया है । सपा नेता विधानसभा वार चौपालें सभाएं और डोर टू डोर कैंपेन करा दलित वोटो को अपने पाले में करने में जुटा है ।
एक तरफ जहां समाजवादी पार्टी ,बहुजन समाज पार्टी, निषाद पार्टी के साथ फूलपुर संसदीय क्षेत्र में एक साथ मैदान में है तो वहीं भारतीय जनता पार्टी अपने वोट बैंक को बचाने में लगी हुई है ।एक तरफ सपा बसपा के आने पर जहाँ भाजपा की मुश्किले बढ़ी है । तो वही कांग्रेस ने ब्राह्मण प्रत्याशी उतार कर भाजपा के मजबूत वोट बैंक में सेंध लगा दी है।ऋचा सिंह कहा कि केशव प्रसाद मौर्य यहां के सांसद रहे लेकिन उनका जनता से कोई सरोकार नहीं रहा । ऋचा सिंह ने योगी सरकार के कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा की प्रदेश मे आये दिन दलितो की हत्या हो रही है । वही बाहुबली अतीक अहमद के सवाल पर उन्होंने कहा की अतीक अहमद जनता को गुमराह कर रहे है बसपा सुप्रीमो ने अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी को समर्थन दिया है साथ ही ऋचा ने कहा की देश में सभी राजनितिक दल साम्प्रदायिक ताकत को हराने के लिये एकजुट हो रहे है किसी भी कीमत पर फिरकापरस्त ताकतों को समाजवादी लोग सर नही उठाने देंगे ।