गोरखपुर जनपद में ऑक्सीजन की कमी से अस्पताल में हुए मासूम बच्चों की मौत ने यूपी सरकार की नींद उड़ा कर रख दी है। मासूम बच्चों की मौत के बाद स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह के आए विवादित बयान ने लोगों का आक्रोश और बढ़ा दिया। दरअसल मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने बच्चों की मौत को ऑक्सीजन की कमी ना बता कर अगस्त के महीने में बच्चों की ज्यादातर मौत होने की बात कह दी। इस बयान के बाद से ही लोगों का भी स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ मंत्री के खिलाफ गुस्सा फुट पड़ा। प्रदेश के कोने-कोने में मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया।
वहीं इस घटना के बाद विपक्ष भी सियासी दांव और बयानबाजी से नहीं कतरा रहा है। स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह के गृह नगर में ही उनके खिलाफ कांग्रेस और सपा कार्यकताओं द्वारा जबरदस्त विरोध हो रहा है। रविवार को जहां मंत्री सिद्धार्थ नाथ के आवास पर कांगे्रसियों ने कटोरा लेकर भीख मांग स्वास्थ्य मंत्री के खिलाफ नारेबाजी की। वहीं उनके जाते ही सपा कार्यकर्ताओं ने स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह के आवास पर सडे टमाटर और अंडे फेके। वहीं आज जैसे ही स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह का काफिला शहर में तेलियरगंज के रास्ते इलाहाबाद में प्रवेश करने लगा। तेलियरगंज पेट्रोल पम्प के पास पहले से खड़े समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता उनके काफिले की ओर दौड़ पड़े। उनके दौड़ते ही सड़क किनारे तैनात पुलिसकर्मी भी उन्हें पकड़ने के लिए दौड़ पड़े। जबतब वो पुलिसकर्मी समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं को पकड़ते तब तक वो अपनी जेब से काला झंडा निकाल लहराते हुए सिद्धार्थ नाथ के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। साथ ही स्वास्थ्य मंत्री से इस्तीफे की मांग करने लगे। ऐसे में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद सपाई स्वास्थ्यमंत्री को काला झंडा दिखाने में सफल रहे।
BY- ARUN RANJAN