बता दें कि, यह कार्रवाई मंगलवार को हत्याकांड की घटना में लापरवाही बरतने पर की गयी। दरअसल, मंगलवार की शाम को इलाहाबाद के धूमनगंज थाना अंतर्गत मुंडेरा गांव एक बार फिर गोलियों की आवाज से इलाका का कांप उठा। सोनू यादव को गोली मार कर हत्या कर दी गई। मुंडेरा गांव में आज सोनू यादव नामक व्यक्ति को दौड़ाकर गोली और बमों से छलनी कर दिया गया था।
कप्तान नितिन तिवारी ने बताया कि, प्रथम दृष्टया पुलिस कर्मियों की लापरवाही सामने आई है जिसके चलते कार्यवाही की गई है। धूमनगंज का प्रभार संजय द्विवेदी को दिया गया हैं। वही सोनू यादव हत्याकांड के बाद बुधवार पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने धूमनगंज इलाके में शव को सड़क पर रखकर ***** जाम किया।जिसे बड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने हटवाया। वहीं इलाके में तनाव व्याप्त है। मौके को देखते हुए अभी भी धूमनगंज के मुंडेरा गांव से आसपास के इलाकों में पीएसी तैनात की गई है। जिस तरह से सोनू यादव की हत्याकांड को अंजाम दिया गया उसको देखकर स्थानीय लोग दहशत में हैं।
वहीं स्थानीय लोगों की माने तो सोनू यादव हत्याकांड में जिस तरह गैंगवार का मामला सामने आया है। उससे अभी भी अदावत को नकारा नहीं जा सकता। सोनू यादव के परिजन भी विरोधियों को ढूंढ रहे हैं।जिन लोगों पर आरोप लगाया गया है। वह सभी घर से फरार हैं। सभी आरोपियों सहित सोनू यादव के घर पर भारी फोर्स तैनात की गई है। इस मामले में अब सियासत भी शुरू हो गई है। हत्याकांड के अंजाम के बाद आज सुबह समाजवादी पार्टी सहित अन्य राजनीतिक दलों के नेताओं का आना जाना लगा है। समाजवादी पार्टी के नेताओं ने सानू यादव के परिजनों के लिए 20 लाख मुआवजे की मांग की है।