ऐसे भागा था नेपाल
पुलिस सुत्रों के मुताबिक शुरुआती जांच में ही यह तो पता चल गया था कि आशुतोष अपने दोनों दोस्तों के साथ वाराणसी, गोरखपुर होते हुए नेपाल भाग गया है। लेकिन नेपाल में कहां यह पता नहीं चल रहा था। सभी ने भागने बाद अपने सिमकार्ड तोड़कर फेंक दिए थे और किसी से फोन पर संपर्क नहीं कर रहे थे। पुलिस ने सभी करीबियों, रिश्तेदारों और दोस्तों के नंबर सर्विलांस पर लगा रखे थे लेकिन कोई क्लू नहीं मिल रहा था। आरोपी बातचीत करने के लिए वीडियो कॉल का सहारा ले रहे थे। ऐसे में नंबर और लोकेशन पता नहीं चल पा रही थी।
पैसे खत्म होन से टूटा आशुतोष
पुलिस का बढ़ता दबाव और खत्म होते पैसे के कारण आशुतोष टूटने लगा था। उसने अपने एक दोस्त से संपर्क किया, पुलिस की निगाह पहले से ही उस दोस्त पर थी। फोन पर बात होते ही पता चल गया कि आरोपी नेपाल में छिपे हैं। पहले उनकी लोकेशन पोखरा में मिली इसके बाद यूपी की सीमा के बाद बढ़नी में उनका पता चला। बस पुलिस ने जाल बिछाकर तीनों को एक होटल से दबोच लिया। पुलिस शनिवार शाम तक तीनों से पूछताछ कर हत्याकांड के मास्टरमांइड के बारे में जानकारी जुटा रही है। पुलिस ने सुमित के हत्यारों पर 25—25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था।