गरीबी हटाओ देश बचाओ 1971 लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में विभाजन हो गया, एक धड़े की नेता इंदिरा गांधी ने जीत के लिए नारा दिया। “गरीबी हटाओ देश बचाओ” यह नारा इतना कारगर साबित हुआ कि इंदिरा गांधी के नेतृत्व में प्रचंड बहुमत की सरकार बनी। 1974 में जेपी आंदोलन के चलते कांग्रेस को सत्ता से बाहर जाने का डर सताने लगा। जिसके बाद पीएम इंदिरा गांधी ने 26 जून 1975 को देश में इमरजेंसी की घोषणा कर दी। उस दौरान जेल में रहेसमाजवादी नेता के के श्रीवास्तव बताते हैं कि जनवरी 1977 में खत्म होने के बाद लोकसभा चुनाव की घोषणा की गई। विपक्षी नेताओं ने इंदिरा के नारे “गरीबी हटाओ देश बचाओ” को उलट दिया। एक नारा दिया इंदिरा हटाओ देश बचाओ । इस नारे का इतना असर हुआ की इंदिरा सत्ता से बाहर हो गईं। इसके बाद इंदिरा के विरोध में एक बार फिर विपक्ष नारा दिया। “यह देखो इंदिरा का खेल खा गई राशन पी गई तेल” नरक से नेहरू करे पुकार बिटिया जादू अब की हार” रोटी रोजी दे न सकी जो वह सरकार निकम्मी है जो सरकार निकम्मी है वह सरकार बदलनी है। खेत गया हल बंदी में बाप गया नसबंदी में इन नारों ने कांग्रेस के खिलाफ एक जनआक्रोश पैदा किया और उसे सत्ता से बाहर कर दिया था।
1980 में कांग्रेस का नारा एक बार फिर हिट हुआ “जात पर ना पात पर इंदिरा जी की बात पर मुहर लगेगी हाथ पर” आधी रोटी खाएंगे इंदिरा को वापस लाएंगे। यह नारा उस वक्त लोगों को इस तरह भाया कि देश में इंदिरा गांधी की सरकार लौटी। 1984 में इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने नारा दिया जब तक सूरज चांद रहेगा इंदिरा तेरा नाम रहेगा। इस नारे के दम पर राजीव गांधी के नेतृत्व में फिर एक बार सरकार बनी।
अमिताभ बच्चन के लिए लगे नारे रामाधीन सिंह बताते हैं कि 1993 में उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में सपा बसपा का गठबंधन हुआ उस दौरान अयोध्या राम मंदिर का मुद्दा गरमाया था तो गठबंधन ने नारा दिया मिले मुलायम कांशीराम हवा में उड़ गए जय श्री राम, इसका असर ये हुआ कि गठबंधन को जीत मिल गई। इलाहाबाद लोकसभा सीट से अमिताभ बच्चन जब हेमंत नंदन बहुगुणा के खिलाफ मैदान में उतरे तो बच्चन के समर्थन में नारा आया, ‘नाम बहुगुणा, भ्रष्टाचार सौ गुणा’। इस नारे ने अमिताभ को इलाहाबाद से सांसद बनाकर भेज दिया। वहीं नब्बे के नब्बे के दशक का चर्चित नारा रहा की भारत माँ की तीन धरोहर अटल आडवाणी मुरली मनोहर, उस समय डॉ मुरली मनोहर जोशी के पक्ष में इलाहाबाद संसदीय सीट पर यह नारा काम कर गया और तीसरी बार लगातार यहाँ से सांसद चुने गये। वहीं अटल- आडवानी कमल निशान मांग रहा है हिंदुस्तान, नारे ने अटल बिहारी को देश की सत्ता पर काबिज करा दिया।