केंद्र सरकार के श्रम मंत्रालय की ओर से लेबर ब्यूरो शिमला की ओर से हर माह महंगाई का औसत निकालकर सूचकांक जारी किया जाता है। उसी के आधार पर केंद्र सरकार के कर्मचारियों व पेंशनर्स का साल में दो बार जनवरी व जुलाई माह में महंगाई भत्ता तय किया जाता है। यह महंगाई भत्ता पिछले 12 माह के औद्योगिक श्रमिकों के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के आधार पर तय होता है। इसके आधार पर पिछले 12 माह के औसत पर गणना की जाती है।
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सिटीजन ब्रदरहुड के अध्यक्ष हरिशंकर तिवारी व एजी ब्रदरहुड के पूर्व अध्यक्ष प्रयागराज बताते हैं कि नवंबर 2020 उपभोक्ता मूल्य सूचकांक जारी हो गया है। दिसंबर के सूचकांक में वृद्धि नहीं होती तो 12 माह का औसत सूचकांक 335.25 रहेगा। इस आधार पर एक जनवरी, 2021 से कुल 28 फीसद महंगाई भत्ता बनता है, जबकि जुलाई, 2020 से 24 फीसद महंगाई भत्ता देय हो चुका है। एक जनवरी, 2021 से महंगाई भत्ते चार फीसद बढ़ोतरी होगी।