नए कप्तान के यहां बन रही लिस्ट
अतुल शर्मा के कार्यकाल में थानों में की गई पोस्टिंग और ट्रांसफर को लेकर जो चर्चाएं हैं। उसको लेकर तो तय माना जा रहा है कि जल्द ही कई थानेदारों को तलब किया जा सकता है। वहीं शहर के नए एसएसपी पर ताबड़तोड़ अपराध को रोकना भी बड़ी चुनौती है। पूर्व एसएसपी के निलंबन के बाद मुख्यमंत्री के निर्देश पर भेजे गए नए कप्तान के पास अभी तक कोई भी पॉलिटिकल चेहरा फटकने नहीं गया है । न ही सामाजिक संगठन के लोग स्वागत करने पहुंच पा रहे हैं । माना जा रहा है कि आने वाले समय में जिले के अपराधियों और मलाईदार पोस्टिंग काटने वाले थानेदारों के लिए मुसीबत आने जा रही है। लंबे समय से पैदल थानेदारों को मलाईदार पोस्टिंग देना, क्राइम ब्रांच को अत्यधिक तवज्जो देना यह सारी शिकायतों का काला चिट्ठा मुख्यमंत्री के दरबार से डीजीपी ओपी सिंह की टेबल तक पहुंच चुका है ।
अतुल शर्मा के कार्यकाल में थानों में की गई पोस्टिंग और ट्रांसफर को लेकर जो चर्चाएं हैं। उसको लेकर तो तय माना जा रहा है कि जल्द ही कई थानेदारों को तलब किया जा सकता है। वहीं शहर के नए एसएसपी पर ताबड़तोड़ अपराध को रोकना भी बड़ी चुनौती है। पूर्व एसएसपी के निलंबन के बाद मुख्यमंत्री के निर्देश पर भेजे गए नए कप्तान के पास अभी तक कोई भी पॉलिटिकल चेहरा फटकने नहीं गया है । न ही सामाजिक संगठन के लोग स्वागत करने पहुंच पा रहे हैं । माना जा रहा है कि आने वाले समय में जिले के अपराधियों और मलाईदार पोस्टिंग काटने वाले थानेदारों के लिए मुसीबत आने जा रही है। लंबे समय से पैदल थानेदारों को मलाईदार पोस्टिंग देना, क्राइम ब्रांच को अत्यधिक तवज्जो देना यह सारी शिकायतों का काला चिट्ठा मुख्यमंत्री के दरबार से डीजीपी ओपी सिंह की टेबल तक पहुंच चुका है ।
शासनादेश की अनदेखी
अतुल शर्मा के कार्यकाल में अपराध ने जिले को हिला कर रख दिया। अतुल शर्मा की 22 फरवरी को प्रयागराज में तैनाती हुई थी। जिसके बाद से लगातार ताबड़तोड़ अपराध हुए उनके कार्यकाल में अपराधियों का बोलबाला रहा। उन्होंने बड़े पैमाने पर चौकियों और थानों में ट्रांसफर पोस्टिंग की। जिसमें उन पर शासनादेश की अनदेखी करने का भी आरोप लग रहा है। बताया जा रहा है की पूरे जिले में क्राइम ब्रांच के जरिए पुलिस विभाग का खेल चलता रहा। जिसकी जानकारी पुलिस अधिकारियों क्यों नहीं हुई यह भी बड़ा सवाल है,जबकि एक डीआईजी और एक एडीजी स्तर के अधिकारी यहीं बैठते है।
अतुल शर्मा के कार्यकाल में अपराध ने जिले को हिला कर रख दिया। अतुल शर्मा की 22 फरवरी को प्रयागराज में तैनाती हुई थी। जिसके बाद से लगातार ताबड़तोड़ अपराध हुए उनके कार्यकाल में अपराधियों का बोलबाला रहा। उन्होंने बड़े पैमाने पर चौकियों और थानों में ट्रांसफर पोस्टिंग की। जिसमें उन पर शासनादेश की अनदेखी करने का भी आरोप लग रहा है। बताया जा रहा है की पूरे जिले में क्राइम ब्रांच के जरिए पुलिस विभाग का खेल चलता रहा। जिसकी जानकारी पुलिस अधिकारियों क्यों नहीं हुई यह भी बड़ा सवाल है,जबकि एक डीआईजी और एक एडीजी स्तर के अधिकारी यहीं बैठते है।
तेरह नई चौकियां
शासनादेश की अनदेखी के बाद जो ट्रांसफर पोस्टिंग हुई उसके अलावा निलंबित कप्तान अतुल शर्मा ने जिले में 13 नई चौकियां खोली जो मामला चर्चित हुआ । जिसमें करेली में चार, नैनी में पांच और दारागंज में चार नई चौकियां स्थापित हुई जिसमें प्रभारी नियुक्त किए गए। जबकि इस नियुक्ति के बाद भी पुलिस चौकी नहीं बनाई गई थी। नैनी में चौकी फूल मंडी गंगोत्री नगर राम नगर चौराहा काशीराम दारागंज में बेनी माधव दशा सुमेर घाट अक्षय वट अलोपी चुंगी करेली में करोल बाग आदर्श नगर समेत चार नई चकिया खोल कर उनकी तैनाती कर दी गई थी।
शासनादेश की अनदेखी के बाद जो ट्रांसफर पोस्टिंग हुई उसके अलावा निलंबित कप्तान अतुल शर्मा ने जिले में 13 नई चौकियां खोली जो मामला चर्चित हुआ । जिसमें करेली में चार, नैनी में पांच और दारागंज में चार नई चौकियां स्थापित हुई जिसमें प्रभारी नियुक्त किए गए। जबकि इस नियुक्ति के बाद भी पुलिस चौकी नहीं बनाई गई थी। नैनी में चौकी फूल मंडी गंगोत्री नगर राम नगर चौराहा काशीराम दारागंज में बेनी माधव दशा सुमेर घाट अक्षय वट अलोपी चुंगी करेली में करोल बाग आदर्श नगर समेत चार नई चकिया खोल कर उनकी तैनाती कर दी गई थी।
पांच माह में अपराध का ग्राफ
अतुल शर्मा के पांच माह के कार्यकाल में जिले में 62 हत्या, 53 लूट, 80 बार हत्या का प्रयास, 138 अपहरण की घटनाएं, 22 दुष्कर्म, 54 डकैती, दो बलवा, 134 चोरी, 800 वाहन चोरी का मामला है। नाम न लिखने की शर्त पर बताया गया कि शहर में कई जुए के अड्डे दिन में भी गुलजार रहने लगे थे, तमाम ऐसे भी दरोगा थे, जिन्हें एक साथ दो दो चार्ज दिए गये थे ।
अतुल शर्मा के पांच माह के कार्यकाल में जिले में 62 हत्या, 53 लूट, 80 बार हत्या का प्रयास, 138 अपहरण की घटनाएं, 22 दुष्कर्म, 54 डकैती, दो बलवा, 134 चोरी, 800 वाहन चोरी का मामला है। नाम न लिखने की शर्त पर बताया गया कि शहर में कई जुए के अड्डे दिन में भी गुलजार रहने लगे थे, तमाम ऐसे भी दरोगा थे, जिन्हें एक साथ दो दो चार्ज दिए गये थे ।