सावन के महीने में भगवान शिव की आराधना के लिए वैसे तो सभी शिवालयों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है लेकिन संगम नगरी प्रयागराज में यमुना किनारे स्थित भोले भंडारी का एक ऐसा भी मंदिर है। जहां ऋण से मुक्ति पाने के लिए भोले के भक्त आराधना करते है। धर्मनगरी कहे जाने वाली संगम नगरी में यमुना किनारे मनकामेश्वर मंदिर के परिसर में ऋण मुक्तेश्वर महादेव के नाम से विराजते हैं।
ऋण मुक्तेश्वर यानि कर्ज से मुक्ति दिलाने की मान्यता है कि यहां दर्शन-पूजन और जलाभिषेक करने से श्रद्धालुओं की हर मनोकामना पूर्णं होती है और कर्ज से मुक्ति मिलती है। कहा जाता है कि यहां आकर जिसने भी महादेव का दर्शन प्राप्त कर लिया वह हर चिंता से मुक्त हो जाता है। सावन के महीने पर यहां शिव भक्तों का हुजूम उमड़ता है।
मंदिर के प्रधान पुजारी श्रीधरानंद जी बताते है कि मनकामेश्वर परिसर में ऋण मुक्तेश्वर महादेव है।ऋण मुक्तेश्वर महादेव का जो शास्त्रों और पुराणों में वर्णन आता है कि ऋण की मुक्ति के लिए यहां पर जलाभिषेक किया जाता है । यमुना में स्नान करने के बाद उनका अभिषेक किया जाए तो जो माता का ऋण है, पिता का ऋण है और जो कर्जा अगर किसी के ऊपर भरी है और वह नही चुका पाया है तो मुक्तेश्वर महादेव का जलाभिषेक किया जाए तो ऋण से मुक्ति मिलती है ।
भक्तों का कहना है कर्ज में डूबे लोग इस मन्दिर में भगवान ऋण मुक्तेश्वर की शरण में यह उम्मीद लेकर आते हैं कि उनका भी ऋण, ऋण मुक्तेश्वर महादेव की दया से उतर जायेगा। श्रद्धालु कहते है की जो भी श्रद्धा भाव से ऋण मुक्तेश्वर पर जलाभिषेक पूजन अर्चन करता है उसको ऋण से मुक्ति मिल जाती है।